हमले के बाद एक और मुसीबत में फसे सैफ, 15000 करोड़ की संपत्ति पर सरकार कर सकती है कब्जा !

punjabkesari.in Wednesday, Jan 22, 2025 - 08:05 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में अपने घर पर चाकू से किए गए हमले से उबर रहे अभिनेता सैफ अली खान अब मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के हालिया फैसले के बाद 15,000 करोड़ रुपये की अपनी पैतृक संपत्ति को लेकर कानूनी लड़ाई में उलझ गए हैं। न्यायालय ने पटौदी परिवार की भव्य ऐतिहासिक संपत्तियों पर 2015 में लगाई गई रोक हटा दी, जिससे सरकार शत्रु संपत्ति अधिनियम 1968 के तहत इन संपत्तियों को संभावित रूप से अधिग्रहित करने के एक कदम और करीब आ गई।

 

ये है कोर्ट का आदेश

बता दें कि ये संपत्ति मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित है। 13 दिसंबर के न्यायालय के आदेश के अनुसार, न्यायमूर्ति विवेक अग्रवाल ने कहा कि संशोधित शत्रु संपत्ति अधिनियम, 2017 के तहत एक वैधानिक उपाय मौजूद है, हालांकि पक्षों को इस तरह के उपाय का लाभ उठाने का निर्देश दिया जाता है। शत्रु संपत्ति एक्ट, 1968 के तहत भारत सरकार उन लोगों की संपत्तियों पर दावा कर सकती है, जो कि 1947 में बंटवारे के बाद पाकिस्तान चले गए थे। सैफ अली खान के पटौदी परिवार की भोपाल की संपत्तियां इसी श्रेणी में आती हैं


यह है मामला

रिपोर्ट के अनुसार, 2015 में यह घोषित किया गया था कि भोपाल के आखिरी नवाब हमीदुल्ला खान की संपत्ति की कानूनी वारिस उनकी बड़ी बेटी आबिदा सुल्तान हैं, जो पाकिस्तान चली गई थीं। इसलिए, यह संपत्ति शत्रु संपत्ति अधिनियम के अंतर्गत आती है। इसके विपरीत, नवाब की दूसरी बेटी साजिदा सुल्तान भारत में ही रहीं और उनके वंशज सैफ अली खान और शर्मिला टैगोर, जिन्हें संपत्ति का एक हिस्सा विरासत में मिला, अब इस पर अपना दावा पेश कर रहे हैं। 

 

शत्रु संपत्ति क्यों हुई घोषित

13 दिसंबर, 2024 को हाईकोर्ट के जस्टिस विवेक अग्रवाल की बेंच ने पटौदी परिवार की इस याचिका को खारिज करते हुए उन्हें एक अपील दायर करने के लिए 30 दिन का समय दिया था, लेकिन सैफ अली खान या उनके परिवार के किसी भी सदस्य ने अभी तक कोई अपील नहीं दायर की है। इसके बाद 2019 में अदालत ने साजिदा सुल्तान को कानूनी उत्तराधिकारी के रूप में मान्यता दी और सैफ अली खान को संपत्तियों का एक बड़ा हिस्सा विरासत में मिला लेकिन आबिदा सुल्ताना के पाकिस्तान जाने के चलते उनकी प्रॉपर्टी शत्रु संपत्ति घोषित कर दी गई। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static