घट सकता है राममंदिर में दर्शन का समय, रामलला के पटवारी 'चंपत राय' ने बताई वजह

punjabkesari.in Saturday, Feb 17, 2024 - 11:19 AM (IST)

अयोध्या के भव्य राम मंदिर के प्राण- प्रतिष्ठा समारोह के बाद हर दिन यहां रामलला के दर्शन के लिए भीड़ उमड़ रही है। पिछले दिनों में रोजाना दो से ढाई लाख भक्त मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे हैं। मंदिर सुबह 6:30 बजे से रात 10 बजे तक निरंतर खोला जा रहा है। रामलला को विश्राम करने तक का समय नहीं मिल रहा है। इसी के मद्देनजर राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या में उमड़ रही भीड़ पर कहा है कि रामलला को 15 घंटे तक जगा कर रखना उचित नहीं है। श्री राम का यहां पर 5 साल के बालक का अवतार है, उन्हें आराम भी मिलना चाहिए।

PunjabKesari

मंदिर के महासचिव ने कही ये बात

राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव और रामलला के पटवारी चंपत राय ने एक बयान में कहा है कि पांच साल के बालक के रूप में पूजे जाने वाले भगवान राम को बीच- बीच में अच्छी तरह से विश्राम की जरूरत है। श्रद्धालुओं का भारी दबाव घटाने के लिए 24 जनवरी के बाद से देवस्थान में हर रोज 15 घंटे दर्शन की व्सवस्था चल रही है। जरा सोचिए कि भगवान के बालक रूप को 15 घंटे जगाना कितना व्यावहारिक है? 

PunjabKesari

पुजारी सत्येंद्र दास ने किया समर्थन

रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्र दास ने भी चंपत राय की बात का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि रामलला 5 साल के बालक के रूप में विराजमान हैं। लगातार 15 घंटे तक दर्शन दे रहे हैं, जिसके चलते उन्हें विश्राम नहीं मिल रहा है। रामलला के दोपहर को कम से कम 1-2 घंटे आराम करने की जरूरत है। ट्रस्ट से इस बारे में बात करके जल्दी व्यवस्था की जाएगी। जल्द ही मंदिर में दर्शन के घंटे कुछ कम किए जा सकते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Charanjeet Kaur

Related News

static