22 साल की उम्र में आईएएस अफसर बनीं Swati Meena से माफिया भी खाते हैं खौफ
punjabkesari.in Thursday, Jan 05, 2023 - 12:59 PM (IST)
यूपीएससी की परीक्षा भारत की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवार आईएएस बनते हैं। आईएएस बनना असल में जितना आसान लगता है उतना होता नहीं है पर किसी ने सही ही कहा है ना कि पंखों से नहीं हौंसलों से उड़ान होती है। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे स्वाति मीणा सिर्फ 22 साल की उम्र में अपने बैच की सबसे यंगेस्ट आईएएस अफसर बनीं।
बचपन से था आईएएस बनने का सपना
स्वाति मीणा राजस्थान के अजमेर में पैदा हुई थी। स्वाती ने अपनी पढ़ाई भी अजमेर से की थी। उनकी मां चाहती थी कि स्वाति डॉक्टर बनें लेकिन जब स्वाति कक्षा आठ में थी, तब उनकी एक कजन अधिकारी बनी थी। उनके अधिकारी बनने के बाद स्वाति के पिता बहुत खुश हुए थे। अपने पिता की खुशी को देशकर स्वाति ने तब ठान ली थी कि वह भी अधिकारी ही बनेंगी।
पिता ने किया सपोर्ट
आपको बता दें कि स्वाति के पिता को जब यह पता चला की स्वाति ने अपना मन आईएएस बनने का बना लिया है तो उनके पिता ने स्वाति का पूरा सपोर्ट किया और स्वाति की लगातार तैयारी करवाई था। यही नहीं स्वाति के पिता अपनी बेटी का इंटरव्यू भी लिया करते थे ताकि उसकी तैयारी और अच्छे से हो सके। बता दें कि स्वाति की मां पेट्रोल पंप पर काम करती थी। कड़ी मेहनत के बाद स्वाति ने 2007 में आयोजित यूपीएससी परीक्षा में ऑल इंडिया में 260 वीं रैंक हासिल की और आईएएस अफसर बनी। वह उस बैच की सबसे कम उम्र की आईएएस थी। इसके बाद उन्हें मध्य प्रदेश कैडर मिला था।
ऐसा रहा आईएएस स्वाति मीणा का सफर
आपको बता दें कि स्वाति मीणा को मध्य प्रदेश के मंडला में पोस्टिंग मिली थी। उन्होंने निडर होकर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई भी की थी। इसके बाद से खनन माफिया उनकी इस कार्रवाई से डरने भी लगे थे और बाद में जब खंडवा में स्वाति की पोस्टिंग हुई तो वहां भी उन्होंने सारी चुनौतियों को पार किया और सभी उपद्रवी तत्वों पर करवाई की थी।
इन कार्रवाई के बाद से ही सबके सामने स्वाति मीणा की छवि एक ऐसे अफसर की तरह बनी जो चुनौतियों को पार करके कार्य को पूर्ण करती हैं और प्रशासन के साथ मिलकर देश में अशांति फैलाने वालों पर कार्रवाई करने से नहीं डरती है।