नेपोटिज्म के मुद्दे से परेशान हुए सुनील शेट्टी, बोले- मेरे बच्चे एक्टर बनने का सपना नहीं देख सकते?

punjabkesari.in Wednesday, Oct 07, 2020 - 01:48 PM (IST)

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से नेपोटिज्म के मुद्दे ने ऐसी आग पकड़ी है कि अभी तक इस पर बहस जारी है। इस बात से तो कोई इंकार नहीं कर सकता है कि बॉलीवुड इंडस्ट्री दो गुटों में बंट गई है। एक तरफ जहां आउटसाइर्डस खुद को सही बता रहे हैं वहीं इनसाइडर्स भी अपना पक्ष रखने से पीछे नहीं हट रहे हैं।  हाल ही में इस मुद्दे पर अपनी राय सुनील शेट्टी ने रखी है। 

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 ये बातें सुनकर दुख होता है : सुनील शेट्टी

सुनील शेट्टी ने अपने एक इंटरव्यू में नेपोटिज्म पर बात करते हुए कहा,' यह बातें सुनकर बहुत दुख होता है। अब क्या मेरी बेटी और बेटे को एक्टर बनने का सपना देखने का हक नहीं है? सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं एक अभिनेता हूं। तो क्या इसका मतलब है कि हम अपने बच्चों के सपनो को कुचल दें?'

ये सब कहां से आया : सुनील शेट्टी

अपनी बातचीत में सुनील शेट्टी ने आगे कहा ,' एक बिजनेसमेन का बेटा अगर अपने पिता का बिजनेस संभालने का सपना देखता तो इसका अर्थ है वो गलत है? लोग अपने बच्चों के अच्छे से अच्छे स्कूल में डालने की कोशिश करते हैं, तो इसमें क्या गलत है? पहली बात तो ये कि मुझे अभी तक समझ नहीं आ रहा कि ये सब आया कहां से?। मैं बस लोगों से रिक्वेस्ट कर सकता हूं कि लोग सिर्फ बच्चों को देखें।'

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सुनील शेट्टी ने मानी ग्रुपिज़्म की बात 

इतना ही नहीं आगे बातचीत में सुनील शेट्टी ने ग्रुपिज़्म की बात भी मानी और कह ,' हां बॉलीवुड में ग्रुपिज़्म चलता है, लेकिन ये तो हर जगह है।'

ऑडियंस पर भी निर्भर करता है

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सुनील शेट्टी की नाराजगी यहीं नहीं खत्म हुई बल्कि वह आगे कहते हैं ,' मेरे बच्चे मुझसे पूछते हैं कि क्या उन्हें एक्टर बनने का सपना देखने का हक नहीं है? वो जानते हैं कि मैं किसी फिल्म परिवार से ताल्लुक नहीं रखता, मुझे भी किसी बड़े बैनर से ब्रेक नहीं मिला था ।हो सकता है कि स्टार किड होने की वजह से उन्हें पहली फिल्म मिल गई हो, लेकिन आगे ये ऑडियंस पर निर्भर करता है।'


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Content Writer

Janvi Bithal

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