पति में पिता अनिल कपूर जैसी खूबियां देखकर ही सोनम ने की थी शादी, सालों बाद किया खुलासा
punjabkesari.in Thursday, Dec 22, 2022 - 01:08 PM (IST)
बॉलीवुड की फैशनीस्ता सोनम कपूर इन दिनों अपनी निजी जिंदगी में काफी व्यस्त है। एक्ट्रेस अपने बेटे वायु कपूर अहूजा की परवरिश करने के साथ- साथ पोस्ट प्रेग्नेंसी बॉडी को मेंटेन करने में बिजी हैं। सोनम की खास बात यह है कि वह अपनी जिंदगी से जुड़े एक्सपीरियंस भी फैंस के साथ शेयर करने में देरी नहीं करती है। अब सालों बाद एक्ट्रेस ने पति आनंद आहूजा से शादी करने की वजह बताई है।
सोनम ने हाल ही में एक इंस्टा पेज से एक पोस्ट शेयर किया है जो सभी डैड्स को समर्पित था। इसमें हर पिता को अपनी पत्नियों के साथ अच्छा व्यवहार करने के लिए कहा गया था, क्योंकि उनकी बेटियां उनके कार्यों को नोटिस करती हैं। अपनी स्टोरी में सोनम ने अपने पिता अनिल कपूर को टैग करते हुए बताया कि यह उनकी वजह से है कि उन्होंने और उनकी बहन रिया कपूर ने अपने जीवन में सही जीवन साथी चुना।
बेस्ट मैन से शादी करने का क्रेडिट अपनी मां सुनीता कपूर को देते हुए सोनम ने कहा,"@ANILSKAPOOR इसलिए @RHEAKAPOOR और मैंने @ANANDAHUJA और @KARANBOOLANI को चुना....क्योंकि @KAPOOR.SUNITA ने सही चुना...मैं मां को क्रेडिट दे रही हूं...।" अनिल कपूर के लिए नोट में साेनम ने लिखा- "आपकी बेटी नोटिस करती है जब आप अपनी पत्नी का हाथ पकड़ते हैं या जब आप धीरे से अपनी पत्नी की पीठ पर प्यार से हाथ रखते हैं। आपकी बेटी देखती है जब आप अपनी पत्नी की बात सुनते हैं (या नहीं), जब वह बात कर रही होती है। वह यह भी देखती है कि आप अपने फोन को घूर रहे हैं, अपने आसपास की दुनिया को नजरअंदाज कर रहे हैं"।
एक्ट्रेस ने आगे लिखा- 'आपकी बेटी आपसे सीख रही है कि कैसे उससे बात की जाए, , सम्मान दिया जाए और देखभाल की जाए और प्यार किया जाए। आपकी बेटी आपके हर एक काम को देख रही है। नोट के साथ उन्होंने अपनी फैमिली को टैग करते हुए लिखा, 'इसीलिए रिया कपूर और मैंने आनंद आहूजा और करण बुलानी को चुना,. मैं मां को श्रेय दे रही हूं.' । सोनम का यह पोस्ट खूब वायरल हो रहा है जिस पर लोग अपनी- अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
इससे पहले सोनम ने कहा था कि- जैसे उनके मम्मी-पापा ने उनकी परवरिश की है उसी तरह वो अपने बच्चे की भी परवरिश करेंगी। उनका कहना था कि 'हमारे बड़े होने के बाद भी डैड हम सभी के जीवन में पूरी तरह से शामिल हैं। वास्तव में एक निश्चित उम्र के बाद वो हमारे जीवन में मां की तुलना में ज्यादा शामिल हो गए। मेरे माता-पिता मेरे जीवन में हर मायने में भागीदार हैं, इसीलिए मेरे पास एक ठोस वजह है कि अपने बच्चों को सही मूल्यों के साथ बड़ा करूं.'।