मध्य वियतनाम में स्थित है दुनिया की सबसे बड़ी गुफा, खासियत कर देगी हैरान

punjabkesari.in Tuesday, Jan 26, 2021 - 04:47 PM (IST)

पूरी दुनिया में बहुत सी ऐसी चीजें बनी है जो किसी को भी हैरान कर देने का काम करती है। ऐसे में ही वर्ल्ड में भारी गिनती में गुफाएं भी बनी हुई है। ऐसे में ये गुफाएं अपनी अलग-अलग खासियत से मशहूर है। मगर क्या किसी ने कभी सोचा है कि दुनिया की सबसे बड़ी गुफा कहां और कौन सी है? तो चलिए आज हम आपको सबसे बड़ी गुफा के बारे में विस्तार से बताते हैं...

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मध्य वियतनाम के जंगलों में स्थित हैं यह गुफा

बता दें, दुनिया की सबसे बड़ी व मशहूर गुफा मध्य वियतनाम के जंगलों में स्थित है। गुफा का नाम 'सोन डूंग' (Son Doong Cave) है। यह करीब 9 किलोमीटर लंबी है। इसके अलावा इसमें करीब 150 अलग-अलग गुफाएं बनी है।

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40 मंजिला बन सकती है इमारतें

गुफा बेहद बड़ी होने के साथ इसके अंदर पेड़-पौधें, जंगल, बादल व नदी देखने को मिलेगी। माना जाता है कि यह गुफा लाखों साल पुरानी है। बात इसके अस्तित्व की करें तो इसे सन 2013 में यात्रियों के घूमने के लिए खोला गया था। मगर इसमें जानें व घूमने के लिए हर साल मात्रा 250-300 लोगों को ही मंजूरी मिलती है। इस गुफा की खासियत है कि इसमें 40 मंजिलों तक बड़ी आसानी से इमारतें बनाई जा सकती है। 

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1991 में हुई थी गुफा की खोज 

माना जाता है कि सोन डूंग गुफा की खोज 1991 में 'हो खानह' नाम के आदमी ने की थी। मगर उस समय इसमें अत्याधिक अंधेरा व पानी होने से कोई भी गुफा में जाता नहीं था। मगर फिर 2009 में  एक ब्रिटिश रिसर्च एसोसिएशन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस गुफा की पहली झलक दिखाई। उसके बाद 2010 में वैज्ञानिकों ने एक 200 मीटर ऊंची दीवार पार करके इसके अंदर जाने का रास्ता निकाला। वहीं यह दीवार 'वियतनाम की दीवार' के नाम से मशहूर हुई। 

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अगस्त से पहले गुफा में घूमने का सही समय 

सोन डूंग में घूमने के लिए अगस्त के पहले का समय सही माना जाता है। असल में इसके बाद यहां पर नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगता है। साथ ही इसमें जाने व घूमने के लिए हर व्यक्ति को करीब 2 लाख रूपए की टिकट खरीदनी पड़ती है। 

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गुफा के अंदर जाने से पहले दी मिलती है ट्रेनिंग 

बता दे, इसके अंदर जाने से पहले करीब 6 महीने की ट्रेनिंग लेने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में यात्रियों को 6 बार रॉक क्लाइंबिंग यानी चट्टानों पर चढ़ना सिखाते हैं। साथ ही 10 किलोमीटर तक पैदल चलवाया जाता है। 

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neetu

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