Pregnancy में सोते समय महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान, वरना बच्चे को लग सकती है चोट
punjabkesari.in Friday, Jan 20, 2023 - 03:59 PM (IST)
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को हर एक मामले में पूरी एहतियात बरतनी होती है क्योंकि उनकी गतिविधियों का असर उसके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी होता है। प्रेग्नेंसी का खानपान, रहन-सहन, उठना-बैठना आदि से गर्भ में पल रहा बच्चा प्रभावित होता है। ऐसे में जरूरी है कि प्रेगनेंसी में महिला का खानपान और अन्य गतिविधियां भी ऐसी हों जो मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद हों। प्रगेनेंसी में सोने के मामले में भी कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, नहीं तो बच्चे को चोट भी लग सकती है...
बाईं करवट सोना
प्रेग्नेंसी में दाईं हाथ की तरफ सोना पीठ के बल सोने से ज्यादा सही है। लेकिन यह उतना सुरक्षित नहीं है जितना की बाईं तरफ सोना है। दाहिने हाथ पर सोने से शरीर पर दबाव पड़ सकता है। आपको बाईं तरफ सोने से दबाव महसूस हो तो थोड़े समय के लिए दाईं करवट ले सकते हैं। कोशिश करें एक ही पोजीशन में ज्यादा न सोएं।
रक्त का सही प्रवाह
बाईं करवट लेकर सोने से मां और बच्चे के शरीर में रक्त का प्रवाह सही तरीके से होता है, जिससे पेट में पल रहे बच्चे को भरपूर ऑक्सीजन और पोषण मिलता है। इससे प्रग्नेंट महिला के शरीर के अंदरुनी अंगों में कम से कम दबाव पड़ता है। बाईं करवट सोने से बच्चे को चोट लगने की आशंका कम होती है।
तरल पदार्थ कम
यूं तो दिन की शुरुआत ही प्रेग्नेंट महिला को पानी या फलों का रस लेना चाहिए। दिनभर में नियमित अंतराल में तरल पदार्थ लेते रहना चाहिए। प्रेग्नेंसी रात के समय तरल पदार्थों का सेवन कम करें। सोने से पहले अगर तरल पदार्थों का सेवन किया जाता है तो इससे रात में बार-बार पेशाब आता है और नींद टूटती है।
प्रेगनेंसी के दौरान रात में बेहतर नींद के लिए सोने से पहले खुद को रिलेक्स करना सही रहता है। ऐसे में रात को सोने से पहले एक कप गर्म दूध लिया जा सकता है। अपनी पसंदीदा कोई अच्छी किताब पढ़ें। सोने से पहले प्रेग्नेंट महिलाएं अपने मूड को बेहतर बनाने की कोशिश करें ताकि वे सुकून की नींद सो सकें।