लंबा जीना है तो प्रॉसेस्ड फूड्स को कहें No

punjabkesari.in Saturday, May 23, 2020 - 03:45 PM (IST)

गलत खानपान का सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। सभी स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं कि आधी से ज्यादा गंभीर बीमारियों का कारण गलत लाइफस्टाइल और गलत खानपान होता है। पिछली एक सदी में दुनिया में जो बीमारियां सबसे तेजी से बढ़ी हैं, वो हैं- डायबिटीज, हार्ट अटैक और कैंसर। दुनियाभर में 80% से ज्यादा लोग डायबिटीज, हार्ट अटैक और कैंसर जैसी बीमारियों के कारण ही मरते हैं। कोरोना वायरस से जिन लोगों की मृत्यु हुई है उनमें इन 3 बीमारियों के रोगियों की संख्या बहुत ज्यादा है। वैज्ञानिकों की मानें तो इन तीनों ही बीमारियों का सबसे बड़ा कारण प्रॉसेस्ड फूड है।

प्रॉसेस्ड फूड्स क्या हैं ?

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प्रॉसेस्ड फूड्स का अर्थ है, ऐसे आहार- जिन्हें स्वादिष्ट बनाने के चक्कर में तेज तापमान, भारी दबाव, मशीनों आदि का सहारा लिया जाता है। सबसे पॉपुलर प्रॉसेस्ड फूड्स हैं- ब्रेड, चिप्स, ब्रेकफास्ट सीरियल्स (कॉर्न फ्लेक्स, म्यूसली, चोको चिप्स), चीज़, बटर, मैदा, माइक्रोवेव किए गए आहार, पैकेटबंद चीजें (चिप्स, नमकीन, पफ्स, नमक वाले अन्य स्नैक्स), पिज्जा, बर्गर, कोल्ड ड्रिंक आदि। भले ही इन्हें गेंहूं, चावल, ओट्स, कॉर्न, चने की दाल जैसे अनाजों या दालों से बनाया जाता है, मगर प्रॉसेसिंग के दौरान इसके सभी पोषक तत्व निकल जाते हैं। 

वैज्ञानिकों का दावा

ओटैगो यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च में ये पाया गया कि प्रॉसेस्ड फूड्स में फाइबर बिल्कुल नहीं होता है। जबकि हमारे शरीर के लिए फाइबर बेहद जरूरी है। यही हमारे शरीर में ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। वैज्ञानिकों के अनुसार फाइबर वाले फूड्स के सेवन से आप ज्यादा दिन तक जीवित रह सकते हैं। जबकि प्रॉसेस्ड फूड्स के सेवन से व्यक्ति को कई तरह की बीमारियों का खतरा रहता है।

हर रोज 19 ग्राम फाइबर जरुरी

इन सब्‍जियों को कच्चा खाना हो सकता है ...

एक स्वस्थ व्यक्ति को हर रोज कम से कम 19 ग्राम फाइबर रोज जरूर खाना चाहिए। जो रोजाना 35 ग्राम से ज्यादा फाइबर खाते हैं, उनमें समय से पहले मौत का खतरा 35% तक कम हो जाता है। ज्यादा फाइबर के लिए साबुत अनाज, लेग्यूम्स (दाल, राजमा, चना, बीन्स आदि), सब्जियां और कच्चे फल खाएं।

बदलें खाने की आदतें

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अगर आप सफेद ब्रेड खाते हैं या मैदे से बनी चीजें खाते हैं, तो उसे अब बंद कर दें। सफेद ब्रेड की जगह  होलग्रेन ब्रेड खरीदें और मैदे की जगह आटे का प्रयोग करें। व्हाइट राइस की जगह ब्राउन राइस और ब्राउन पास्ता खाएं। खाने में हर रोज कम से कम 1 कटोरी लेग्यूम्स (दाल, राजमा, चना, बीन्स) आदि को जरूर शामिल करें। इसके अलावा फ्रोजन की जगह ताजी सब्जियों का इस्तेमाल करें।


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Content Writer

Anjali Rajput

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