लंबी उम्र की कुंजी है Healthy फेफड़े, बस इस 5 मिनट की एक्सरसाइज से Lungs को बनाएं Young
punjabkesari.in Friday, Mar 28, 2025 - 08:15 PM (IST)

नारी डेस्क: फेफड़े (Lungs) हमारे श्वसन तंत्र (Respiratory System) का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो हमें सांस लेने और जीवन के लिए जरूरी ऑक्सीजन प्राप्त करने में मदद करते हैं। ये हवा से ऑक्सीजन लेकर उसे रक्त में पहुंचाते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) जैसे विषैले गैस को शरीर से बाहर निकालते हैं। ऐसे में इसे स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद रखना बेहद जरूरी है। आज हम आपको उस एक्सरसाइज के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लंग्स को हमेशा हेल्दी बनाकर रखेगी।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज
ब्रीद इन-ब्रीद आउट एक्सरसाइज(सांस अंदर लेना और बाहर छोड़ना) एक श्वसन व्यायाम (Breathing Exercise) है, जो फेफड़ों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद करता है। यह एक्सरसाइज फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाती है, शरीर में ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाती है और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होती है। इस एक्सरसाइज को करने के लिए सही तकनीक अपनाना जरूरी है।
ब्रीद इन-ब्रीद आउट करने के तरीका
स्टेप 1
सही स्थिति में बैठें: जमीन पर योगा मैट बिछाकर पालथी मारकर बैठें या कुर्सी पर सीधे बैठें। कमर और गर्दन सीधी रखें।
स्टेप 2
नाक से सांस लें (Breathe In): गहरी सांस अंदर लें (नाक के माध्यम से)। सांस लेते समय पेट को बाहर की ओर फुलाएं और फेफड़ों में हवा भरने दें। धीरे-धीरे 4-5 सेकंड तक सांस लें।
स्टेप 3
मुंह से सांस छोड़ें (Breathe Out): धीरे-धीरे और आराम से सांस को मुंह के माध्यम से बाहर छोड़ें। सांस छोड़ते समय पेट को अंदर की ओर सिकोड़ें। सांस छोड़ने की प्रक्रिया भी 4-5 सेकंड में पूरी करें।
स्टेप 4
नियमित रूप से दोहराएं: इस प्रक्रिया को 5-10 मिनट तक करें। शुरुआत में 5 मिनट से शुरू करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाएं। रोजाना 2-3 बार अभ्यास करें।

फेफड़ों के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज के फायदे
नियमित ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से फेफड़ों की क्षमता (Lung Capacity) बढ़ती है। इससे अधिक मात्रा में ऑक्सीजन फेफड़ों में जाती है और रक्त में ऑक्सीजन का स्तर सुधरता है। यह फेफड़ों को मजबू बनाता है और सांस लेने में आसानी होती है। जब आप सांस छोड़ते हैं, तो फेफड़ों सेकार्बन डाइऑक्साइड और अन्य विषैले तत्वबाहर निकलते हैं। इससे फेफड़ों की सफाई होती है और संक्रमण का खतरा कम होता है। यह एक्सरसाइज फेफड़ों में जमा बलगम (Mucus) को बाहर निकालने में मदद करती है। इससे फेफड़ों में संक्रमण का खतरा कम हो जाता है और वे स्वस्थ रहते हैं। ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और कोविड जैसी बीमारियों में यह एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद है। इसके अलावा ब्रीदिंग एक्सरसाइज से मस्तिष्क में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ती है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। यह मानसिक शांति और फोकस बढ़ाने में मदद करती है।
इन लोगों को जरूर करनी चाहिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज
यह एक्सरसाइज सभी के लिए फायदेमंद है, लेकिन जिन्हें अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, सीओपीडी जैसी बीमारियां हैं, उनके लिए यह एक्सरसाइज वरदान से कम नहीं है। जो लोग कोविड को झेल चुके हैं उनके फेफड़ों की क्षमता कमजोर हो जाती है। ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से फेफड़े मजबूत होते हैं और ऑक्सीजन लेवल सुधरता है। स्मोकिंग करने वालों को अकसर सांस लेने में परेशानी होती है। यह एक्सरसाइज फेफड़ों को डिटॉक्स करने में मदद करती है। जिन्हें सांस फूलने की समस्या है, उनके लिए यह एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद होती है।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज करते समय सावधानियां
- हमेशा सही मुद्रा में बैठकर एक्सरसाइज करें, गलत मुद्रा में करने से सांस लेने में परेशानी हो सकती है।
- जल्दी-जल्दी सांस न लें। आराम से और धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें।
- अस्थमा या सीओपीडी के मरीज ज्यादा जोर से सांस न लें, उन्हें हल्की गति से ब्रीदिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए।
-एक्सरसाइज हमेशा खाली पेट या हल्के पेट करें, भारी भोजन के बाद न करें।
फेफड़ों का कार्य (Function of Lungs)
फेफड़े शरीर में गैसों के आदान-प्रदान का मुख्य कार्य करते हैं, जिसमें दो महत्वपूर्ण प्रक्रिया शामिल होती हैं। पहला ऑक्सीजन लेना, जब आप सांस लेते हैं तो हवा आपके नाक या मुंह से होते हुए विंडपाइप में जाती है। इसके बाद हवा ब्रोंकाई (Bronchi) से होते हुए फेफड़ों में पहुंचती है। यहां मौजूद एल्वियोलाई (Alveoli) नामक छोटे एयर सैक्स ऑक्सीजन को अवशोषित कर रक्त में भेजते हैं। दूसरा है कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ना: शरीर में बनने वाली कार्बन डाइऑक्साइड रक्त द्वारा फेफड़ों में लाई जाती है। फेफड़े इसे सांस छोड़ने (Exhale)के माध्यम से बाहर निकालते हैं। इससे शरीर में टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और रक्त शुद्ध रहता है।