Sawan 2021: शादी में आ रही बाधा तो सावन में करें ये खास उपाय, मिलेगा मनचाहा वर
punjabkesari.in Sunday, Jul 18, 2021 - 05:22 PM (IST)
सावन का महीना भगवान शिव का अतिप्रिय माना जाता है। इस साल यह शुभ महीना 25 जुलाई से शुरु होगा। मान्यता है कि इस दौरान शिव जी व माता पार्वती की पूजा करने से मनचाहा फल मिलता है। इसके साथ ही कुंवारी कन्याओं व लड़कों द्वारा कुछ उपाय करने से मनपसंद जीवनसाथी की प्राप्ति होती है। चलिए आज हम आपको सावन में अच्छा लाइफ पार्टनर पाने के लिए कुछ खास उपाय बताते हैं...
सावन में करें यह उपाय
सावन के पवित्र महीने में लगातार 9 दिनों तक रोजाना पीले कपड़ पहनें। फिर मंदिर में जाकर शिव जी और माता पार्वती को गेंदे के फूल की माला चढ़ाएं। शाम के समय शिव-पार्वती की पूजा करके 'ओम गौरी शंकराय नम:' मंत्र का 108 बार जप करें। मान्यता है कि इससे जल्दी ही मनोकामना पूरी होती है।
18 से 24 साल तक की लड़कियां करें यह उपाय
ये लड़कियां सावन के महीने में पीले कपड़े धारण करके भगवान की पूजा करें। शिवलिंग पर इत्र चढ़ाकर 'ऊं पार्वती पतये नम:' का 108 बार जप करें। इस उपाय को सावन महीने में लगातार 11 दिन तक करें। मान्यता है कि इससे शादी में आ रही रूकावटें दूर होकर मनचाहा वर मिलता है।
30 से ऊपर की कन्याएं करें यह उपाय
ये लड़कियां 108 बेलपत्र पर चंदन से राम लिखें। फिर 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जप करते हुए शिवलिंग पर एक-एक करके बेलपत्र अर्पित करें। इस उपाय को सावन के हर सोमवार को करने से जल्दी ही रिश्ते आने लगेंगे।
नागकेसर से जुड़ा उपाय
शिव जी को नागकेसर अतिप्रिय है। ऐसे में माना जाता है कि सावन के पवित्र में शिवलिंग पर नागकेसर चढ़ाने से शिव जी जल्दी ही भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं। वहीं जीवनसाथी की तलाश करने वाली लड़कियां रोजाना नहाकर शिवलिंग का जलाभिषेक करके उन्हें नागकेसर अर्पित करें।
इस मंत्र का करें जाप
जिन लड़कियों की शादी में बाधा आ रही है वे सावन के महीने या अक्षय तृतीया में इस मंत्र को शुरु करें। सावन दौरान भगवान शिव व माता पार्वती के मंदिर में धूप-दीप जलाएं। पीले व लाल रंग के फूल चढ़ाएं। फिर इस मंत्र का जप करें।
'ऊं ह्रीं गौर्ये नम:
हे गौरी शंकर अर्धागिंनी यथा त्वं शंकर प्रिया
तथा माम कुरू कल्याणी कान्त कान्ता सुदुर्लभम्'
इसके बाद माता पार्वती से प्रार्थना करें कि,'जिस तरह आप महादेव की प्रिया है, उनकी अर्धांगिनी हैं, उसी तरह मुझे भी दुर्लभ वर प्रदान करें।'