10 बच्चे पैदा करो 13 लाख...रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने महिलाओं को दिया जनसंख्या बढ़ाने का टास्क
punjabkesari.in Friday, Aug 19, 2022 - 11:31 AM (IST)
दुनिया का सबसे बड़ा देश होने के बावजूद रूस की जनसंख्या कम हो रही है। इस लेकर देश के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन इस कदर परेशान हो गए हैं कि उन्होंने एक अजीबोगरीब ऐलान कर दिया है। पुतिन ने इस संकट से निकलने के लिए महिलाओं को 10 बच्चे पैदा करने की सलाह दी है। 10 बच्चे पैदा करने वाली महिलाओं को रूस की 'मदर हीरोइन' की उपाधि सम्मान के रूप में भी दी जाएगी।
10 लाख रुबल देने की घोषणा
खबरों की मानें तो पुतिन ने अपने देश की महिलाओं को 10 बच्चे पैदा करने का टास्क देते हुए नकद इनाम का भी ऐलान किया है। यानी कि जिन महिलाओं ने 10 बच्चे पैदा कर दिए उन्हें 10 लाख रुबल, भारतीय करंसी के मुताबिक करीब 13 लाख रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही उन्हे ‘मदर हीरोइन’ नाम का अवॉर्ड भी दिया जाएगा। रूस ने 1991 में सोवियत संघ के टूट जाने के बाद ये अवॉर्ड देना बंद कर दिया था।
10वें बच्चे पर मिलेगी पूरी रकम
इस स्कीम के अनुसार 10वें बच्चे के एक साल का हो जाने पर उसके जन्मदिन पर मां के अकाउंट में पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे। अगर हमले में या हादसे में बच्चा मर जाता है तो भी मां के पूरी रकम मिलेगी। पुतिन ने 15 अगस्त को एक फरमान जारी किया था। उनका मानना है कि इस पुरस्कार के जरिए रूस में जनसांख्यिकी को बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। माता-पिता अपने बच्चों की परवरिश को लेकर सरकारी सहायता भी प्राप्त कर सकेंगे।
1944 में मदर हीरोइन पुरस्कार की हुई थ्री शुरूआत
बता दें कि मदर हीरोइन पुरस्कार का ऐलान सबसे पहले 1944 में सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन ने शुरू किया था। उस समय द्वितीय विश्व युद्ध के कारण सोवियत संघ की आबादी तेजी से गिरने लगी थी। वर्ष 1941 में रूस की आबादी करीब 19.5 करोड़ थी, 1946 में ये घट तक 17.6 करोड़ रह गई थी। ऐसे में जनसंख्या में बढ़ोत्तरी के लिए तत्कालीन सरकार ने इस पुरस्कार को शुरू किया था। 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद तत्कालीन रूसी सरकार ने इस पुरस्कार को बंद कर दिया था। उस समय कारण बताया गया था कि देश की आबादी पर्याप्त है और आर्थिक स्थिति भी सही नहीं है।
इन देशो में भी यही हालात
घटती आबादी की ये समस्या सिर्फ़ रूस की नहीं हैं, जापान, अमेरिका, सिंगापुर, साउथ कोरिया और चीन जैसे देश भी इससे जूझ रहे हैं। चीन में बच्चा पैदा करने की दर पिछले 40 सालों में सबसे कम है और वहां की महिलाओं का फर्टिलिटी रेट घटकर 1.7 रह गया है। सिंगापुर और हॉन्गकांग में महिलाओं के बच्चा पैदा करने की दर सिर्फ़ 1.1 है।