यूरिक एसिड के मरीजों के लिए यह एक चीज बन सकती हैं खतरा !
punjabkesari.in Tuesday, Sep 03, 2024 - 10:33 AM (IST)
नारी डेस्क: यूरिक एसिड की समस्या आजकल काफी आम हो गई है और यह किसी भी व्यक्ति के जीवन को प्रभावित कर सकती है। इस स्थिति में, आहार पर विशेष ध्यान देना बेहद ज़रूरी हो जाता है। चावल, जो कि हमारे दैनिक आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, उसमें ढेर सारा कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च होता है। लेकिन यूरिक एसिड की समस्या में, यह जानना ज़रूरी है कि चावल का सेवन कितना सही और उचित हो सकता है।
आइए जानते हैं कि क्या यूरिक एसिड की समस्या में चावल खाना चाहिए, और अगर हां, तो कितना और किस वक्त चावल का सेवन करना लाभकारी हो सकता है। इस बारे में सही जानकारी प्राप्त करने के लिए, हमें चावल के पोषण तत्वों और यूरिक एसिड से संबंधित प्रभावों को समझना होगा।
यूरिक एसिड एक ऐसा पदार्थ है जो हमारे शरीर में प्यूरिन युक्त खाद्य पदार्थों के टूटने से बनता है। अगर यूरिक एसिड का स्तर अधिक हो जाता है, तो यह गठिया और गुर्दे की समस्याओं का कारण बन सकता है। चावल में प्यूरिन की मात्रा अपेक्षाकृत कम होती है, लेकिन इसका सेवन करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान देना ज़रूरी है।
प्यूरीन की मात्रा
चावल में प्यूरीन की मात्रा बहुत कम होती है, इसलिए सीधे तौर पर यह यूरिक एसिड के लेवल को बढ़ाने का मुख्य कारण नहीं बनता। हालांकि, चावल में हाई कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च की मात्रा होती है, जो शरीर में अधिक ग्लूकोज का रूप ले सकता है। जिसकी वजह से, शरीर में इन्सुलिन का लेवल बढ़ सकता है, जो यूरिक एसिड के लेवल को प्रभावित कर सकता है।
हाई कार्बोहाइड्रेट
चावल में हाई मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है। जब शरीर कार्बोहाइड्रेट को पचाता है, तो यह ग्लूकोज और ऊर्जा में परिवर्तित होता है, जो यूरिक एसिड के लेवल को प्रभावित कर सकता है। ख़ास कर अगर आप पहले से ही हाई यूरिक एसिड से ग्रस्त हैं, तो हाई कार्बोहाइड्रेट वाले आहार का सेवन सीमित करना अच्छा रहेगा।
चावल की मात्रा
यदि आपको हाई यूरिक एसिड की समस्या है, तो चावल का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। एक संतुलित आहार में चावल को शामिल करते समय, आपको इसकी मात्रा और समय का ध्यान रखना चाहिए। एक दिन में एक छोटे हिस्से (आमतौर पर आधे कप से एक कप) चावल का सेवन करना सुरक्षित हो सकता है।
चावल खाने का सही समय
चावल को सुबह के समय या दोपहर के भोजन में लेना अधिक लाभकारी हो सकता है, क्योंकि शरीर का मेटाबॉलिज्म दिन के समय अधिक सक्रिय होता है। रात के भोजन में चावल का सेवन कम करने की कोशिश करें, ताकि रात भर के समय में आपके शरीर पर कम दबाव पड़े।
साबुत अनाज का सेवन करे
चावल की बजाय साबुत अनाज, ओट्स, और जौ जैसे फूड्स को अपने आहार में शामिल करने की कोशिश करें। ये खाद्य पदार्थ प्यूरीन की मात्रा कम रखते हैं और आपके यूरिक एसिड के लेवल को बेहतर तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं।
रात में ना खाएं दाल चावल
यूरिक एसिड के मरीजों को रात के समय दाल के साथ चावल खाने से बचना चाहिए। खासकर छिलके वाली दालों के साथ चावल खाने से यूरिक एसिड और गठिया में काफी दिक्कत होती है। दाल प्रोटीन से भरपूर होती है और चावल कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च से भरपूर होता है। इससे न केवल शरीर में प्यूरीन का लेवल बढ़ेगा बल्कि कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म को स्लो कर देगा और इससे पाचन तंत्र पर भी फर्क पड़ेगा।
यूरिक एसिड की समस्या में चावल का सेवन सावधानीपूर्वक और संतुलित मात्रा में करना चाहिए। अगर आपके पास कोई विशेष स्वास्थ्य समस्या है, तो अपने डॉक्टर या न्यूट्रीशनिस्ट की सलाह लेना सबसे अच्छा रहेगा।