दीवाली से पहले घर से निकालें ये सामान,तभी होगा मां लक्ष्मी का आगमन
punjabkesari.in Monday, Oct 06, 2025 - 03:34 PM (IST)

नारी डेस्क: कार्तिक माह में दीवाली (Diwali 2025) का पर्व पूरे देश में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह पर्व न केवल दीपों का त्योहार है बल्कि यह घर और मन की सफाई का प्रतीक भी है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दीवाली से पहले घर में मौजूद अशुभ या नकारात्मक चीजों को बाहर करना बेहद जरूरी माना गया है, क्योंकि ये वस्तुएं घर की ऊर्जा को प्रभावित करती हैं और मां लक्ष्मी के आगमन में बाधा बनती हैं।
दीवाली का महत्व और तिथि
हर साल कार्तिक अमावस्या के दिन दीवाली मनाई जाती है। इस वर्ष दीवाली 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी। इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है ताकि घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहे। दीवाली से पहले की जाने वाली सफाई और व्यवस्था को "लक्ष्मी आगमन की तैयारी" माना जाता है।
दीवाली से पहले सफाई का महत्व
सनातन परंपरा में दीवाली से पहले घर की सफाई को बेहद शुभ माना गया है। कहा जाता है कि मां लक्ष्मी स्वच्छ, उज्ज्वल और सकारात्मक ऊर्जा वाले घर में ही प्रवेश करती हैं। इसलिए पुराने और बेकार सामान को बाहर निकालना न सिर्फ सफाई के लिए जरूरी है, बल्कि यह वास्तु शास्त्र के अनुसार भी बेहद शुभ कदम है।
टूटा हुआ शीशा रखें बाहर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, टूटा हुआ शीशा (Mirror) घर में नकारात्मक ऊर्जा फैलाता है। यह घर की समृद्धि और शांति को नष्ट करता है और परिवार के सदस्यों के बीच मतभेद पैदा कर सकता है। इसलिए अगर आपके घर में कोई टूटा हुआ शीशा है, तो उसे तुरंत बाहर निकालें। दीवाली से पहले यह काम करने से घर की नकारात्मकता दूर होती है और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
फटे-पुराने जूते-चप्पल फेंकें
पुराने और फटे जूते-चप्पल घर में रखना वास्तु दोष माना गया है। माना जाता है कि ये चीजें घर में दुर्भाग्य और दरिद्रता को आकर्षित करती हैं। इसलिए दीवाली की सफाई करते समय ध्यान रखें कि टूटे या फटे जूते-चप्पल को घर में बिल्कुल न रखें। इन्हें बाहर निकालने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और धन की वृद्धि होती है।
बंद घड़ी को रखें बाहर या ठीक करवाएं
वास्तु शास्त्र में बंद घड़ी (Stopped Clock) को बहुत अशुभ माना गया है। यह घर में रुकावटें और ठहराव का प्रतीक होती है। अगर आपके घर की कोई घड़ी बंद है, तो उसे या तो तुरंत ठीक करवाएं या फिर घर से बाहर करें। बंद घड़ी को रखने से जीवन में प्रगति रुक जाती है और करियर या आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं।
खंडित मूर्तियां न रखें
अगर आपके घर के मंदिर में किसी देवी-देवता की खंडित (टूटी हुई) प्रतिमा रखी है, तो यह भी अशुभ मानी जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, टूटी हुई मूर्तियों की पूजा करने से पूजा का शुभ फल नहीं मिलता, बल्कि नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए दीवाली से पहले ऐसी प्रतिमाओं को पवित्र नदी में विसर्जित करें और मंदिर में नई मूर्ति स्थापित करें।
धन, शांति और सौभाग्य के लिए जरूरी कदम
दीवाली केवल सजावट और दीप जलाने का पर्व नहीं है, बल्कि यह अपने घर, मन और ऊर्जा को शुद्ध करने का अवसर भी है। इसलिए इस दीवाली, घर से सभी नकारात्मक चीजों को बाहर करें, साफ-सफाई रखें, और सकारात्मक वातावरण बनाएं। इससे मां लक्ष्मी का आगमन होगा और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का वास बनेगा।