मुकेश अंबानी नहीं लेंगे Operation Sindoo  का ट्रेडमार्क, रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा- गलती से हो गया आवेदन

punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 04:54 PM (IST)

नारी डेस्क:  रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वीरवार को कहा कि समूह का 'ऑपरेशन सिंदूर' ट्रेडमार्क करने का कोई इरादा नहीं है। रिलायंस इंडस्ट्री के आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जियो स्टूडियो ने अपना ट्रेडमार्क आवेदन वापस ले लिया है। पाकिस्तान में आतंकवादियों के नौ ठिकानों पर बमबारी करने के कुछ ही घटे बाद ऑपरेशन सिंदूर का ट्रेडमार्क लेने के लिए होड़ मची गई थी, जिसमें सबसे पहला नाम मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का ही आया था। 
 

यह भी पढ़ें: अगर ये मिसाइल ना होती तो आज तबाह हो जाते भारत के 15 शहर
 

 ट्रेडमार्क के लिए 4 कंपनी ने किया आवेदन

एक रिपोर्ट के मुताबिक  सेना की कार्रवाई के कुछ घंटे बाद  रिलायंस इंडस्ट्रीज ने ऑपरेशन सिंदूर ट्रेडमार्क के लिए आवेदन किया। इसके बाद तीन और लोगों ने भी ऑपरेशन सिंदूर नाम के ट्रेडमार्क के लिए एप्लीकेशन दिए। ये सभी आवेदक क्लास 41 के तहत ऑपरेशन सिंदूर के लिए एक्सक्लूसिव राइट्स चाहते हैं। हालांकि अब  रिलायंस इंडस्ट्रीज ने साफ किया हे कि  जियो स्टूडियो ने अपना ट्रेडमार्क आवेदन वापस ले लिया है, जिसे अनजाने में एक जूनियर व्यक्ति द्वारा बिना अनुमति के दायर किया गया था।
 

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दी सफाई

कंपनी की ओर से जारी बयान में कहा गया-  "रिलायंस इंडस्ट्रीज और इसके सभी हितधारकों को ऑपरेशन सिंदूर पर बहुत गर्व है, जो पहलगाम में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादी हमले के जवाब में किया गया था। ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद की बुराई के खिलाफ भारत की अडिग लड़ाई में हमारे बहादुर सशस्त्र बलों की गौरवपूर्ण उपलब्धि है। आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में रिलायंस हमारी सरकार और सशस्त्र बलों के साथ पूरी तरह से खड़ा है। 'इंडिया फर्स्ट' के आदर्श वाक्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटल है।" 
 

यह भी पढ़ें: श्रीनगर, चंडीगढ़, जालंधर समेत 15 शहरों में हमला करने की कोशिश
 

 "ऑपरेशन सिंदूर" को मिली पॉपुलैरिटी

पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी स्थलों पर भारतीय सेना द्वारा सैन्य अभियान के कुछ ही घंटों के भीतर ट्रेडमार्क दाखिल किए गए। "ऑपरेशन सिंदूर" वाक्यांश ने जल्दी ही अंतर्राष्ट्रीय कर्षण प्राप्त कर लिया, जिसमें "सिंदूर" बलिदान, वीरता और गहरी सांस्कृतिक भावना का प्रतीक है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की भारत बौद्धिक संपदा आवेदन वेबसाइट से पता चलता है कि 7 मई, 2025 को सुबह 10:42 बजे से शाम 6:27 बजे के बीच नाइस वर्गीकरण के वर्ग 41 के तहत ट्रेडमार्क आवेदनों के लिए चार आवेदन दायर किए गए थे, जिसमें शिक्षा, मनोरंजन, मीडिया और सांस्कृतिक सेवाएं शामिल हैं।

 

ट्रेडमार्क को लेकर नियम

भारतीय सैन्य अभियानों के नाम सरकार द्वारा बौद्धिक संपदा के रूप में स्वचालित रूप से संरक्षित नहीं हैं, न ही रक्षा मंत्रालय अक्सर इन नामों को पंजीकृत या व्यावसायीकरण करता है और वे किसी विशेष वैधानिक आईपी ढांचे के तहत सुरक्षित नहीं हैं। इसलिए जब तक सरकार या रक्षा मंत्रालय हस्तक्षेप नहीं करता है, तब तक ऐसे नाम संस्थाओं या यहां तक ​​कि निजी व्यक्तियों द्वारा ट्रेडमार्क दावों के लिए खुले रहते हैं। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static