50 लोगों को ले जा रहा रूसी प्लेन हुआ क्रैश, बीच हवा में गायब होने के बाद मिला मलबा
punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 05:29 PM (IST)

नारी डेस्क: गुरुवार, 24 जुलाई को रूस का एक पैसेंजर प्लेन अचानक लापता हो गया था। लेकिन अब इस हादसे को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। रिपोर्ट के अनुसार, यह प्लेन क्रैश हो गया है। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, इस विमान में कुल 50 लोग सवार थे। यह प्लेन अंगारा एयरलाइंस का था और यह फ्लाइट रूस के अमूर इलाके में स्थित टिंडा शहर की ओर जा रही थी। यह इलाका चीन की सीमा के पास स्थित है। उड़ान के दौरान अचानक प्लेन का एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया, जिससे विमान के लापता होने की खबर सामने आई।
प्लेन का मलबा मिला, पुष्टि हुई क्रैश की
रूसी मीडिया की रिपोर्टों में बताया गया है कि विमान का मलबा ढूंढ लिया गया है। इंटरफैक्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, यह An-24 मॉडल का यात्री विमान था। यह विमान टिंडा हवाई अड्डे पर लैंडिंग की कोशिश कर रहा था। पहली बार लैंडिंग की कोशिश में प्लेन सफल नहीं हो पाया। इसके बाद वह दोबारा उतरने की तैयारी में था और आसमान में चक्कर लगा रहा था। उसी दौरान वह लापता हो गया।
रूस में दुर्घटना हुआ यात्री विमान का मलवा मिला 50 के करीब लोग थे सवार थे।
— I.P. Singh (@IPSinghSp) July 24, 2025
किसी के जीवित बचने की अबतक कोई खबर नहीं।
चीन सीमा के पास अमूर क्षेत्र में ये हादसा हुआ है।
दुनिया में सबसे सुरक्षित हवाई यात्रा मानी जाती है अचानक से 2025 में विमान दुर्घनाएं बढ़ने की खबरें हैं। pic.twitter.com/xRE1lCQsmU
रीजनल गवर्नर वासिली ओरलोव ने जानकारी दी कि विमान में कुल 50 लोग मौजूद थे। इसमें पांच बच्चे, 43 यात्री और छह क्रू मेंबर शामिल थे। यह जानकारी शुरुआती आंकड़ों के आधार पर दी गई है।
क्या पायलट की गलती से हुआ हादसा?
'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि प्लेन के क्रैश होने की वजह पायलट की गलती हो सकती है। खराब मौसम के कारण पायलट को लैंडिंग के दौरान ठीक से कुछ दिखाई नहीं दिया। वह दूसरी बार लैंडिंग करने की कोशिश कर रहा था, और उसी समय यह हादसा हो गया।
विमान 50 साल पुराना था
इस विमान के बारे में एक और हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है। बताया गया है कि यह विमान करीब 50 साल पुराना था। इसके टेल नंबर (यानी विमान की पहचान संख्या) से पता चला कि यह विमान साल 1976 में बना था। यह विमान साइबेरिया क्षेत्र की अंगारा एयरलाइंस द्वारा संचालित किया जा रहा था।
रेस्क्यू टीम को दिखा जलता हुआ मलबा
विमान के लापता होने के बाद रेस्क्यू टीमों ने हेलीकॉप्टर की मदद से इसकी तलाश शुरू की। खोज के दौरान, टीम को जमीन पर प्लेन का आगे का हिस्सा जलता हुआ नजर आया। इसके बाद रेस्क्यू टीम तुरंत उस जगह पहुंची और राहत-बचाव का काम शुरू कर दिया गया।
टिंडा एयरपोर्ट अधिकारियों का बयान
टिंडा एयरपोर्ट के अधिकारियों ने भी इस घटना पर बयान दिया है। उनका कहना है कि पायलट दूसरी बार लैंडिंग की कोशिश कर रहा था। हालांकि, पायलट से जुड़ी किसी गलती को लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है। अभी इस बात की जांच की जा रही है कि हादसा वास्तव में क्यों हुआ।