क्या बार-बार रोते हैं आपके बच्चे तो New Mom करें इन बातों पर गौर

punjabkesari.in Saturday, Dec 09, 2023 - 02:45 PM (IST)

मां बनना एक अलग ही अहसास होता है। नन्ही सी जान की आवाज मां की जिंदगी को रोशन कर देती है लेकिन जब वही बच्चा रोए तो मां परेशान भी हो जाती है क्योंकि छोटे बच्चे अपना दुख सिर्फ रोकर ही बयां करते हैं हालांकि वह बार-बार क्यों रोते हैं यह बात नई बनी मां के लिए समझनी मुश्किल हो जाती है। हालांकि कई बार मां को लगता है कि बच्चे ने अपनी लंगोट खराब कर ली है या यह गीली है जिसके कारण वह रो रहा होता है। लेकिन बच्चे के  रोने के पीछे कई सारे कारण हो सकते हैं। बच्चे बार-बार क्यों रोते हैं इसके कारण क्या हैं आज आपको इसके बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं....

पेट में दर्द होने के कारण 

नवजात शिशु मां का ही दूध पीता है ऐसे में उसकी हो रही परेशानियों का कारण मां का गलत खान-पान भी हो सकता है। यदि मां पेट में गैस बनने वाले या फिर ज्यादा मसालेदार भोजन का सेवन करती है तो इसके कारण बच्चे को तकलीफ हो सकती है। मां के साथ-साथ बच्चों को भी इसके कारण बदहजमी, पेट में दर्द और गैस की दिक्कत हो सकती है। 

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हाथ पकड़ते समय रखें सावधानी 

कई बार नई मां बच्चे का हाथ झटके से पकड़ लेती हैं जिसके कारण उनकी हड्डी डिस्लोकेट हो सकती है। ऐसे में हड्डी डिस्लोकेट होने के कारण भी बच्चे रोने लगते हैं ऐसे में उनका हाथ पकड़ते समय हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए। 

अंकफर्टेबल कपड़े पहनने के कारण 

शिशु के रोने के कारण उसके द्वारा पहने गए कपड़े भी हो सकते हैं। यदि बच्चा बहुत ही टाइट या फिर अनकंफर्टेबल लगने वाला कपड़े पहनता है तो उसे परेशानी हो सकती है। इसके कारण शिशु के शरीर में चुभन महसूस हो सकती है। ऐसे में बच्चे को हमेशा हल्के और सॉफ्ट कपड़े ही पहनाएं। इसके अलावा सर्दियों में उन्हें ज्यादा टाइट कपड़े पहनाने से भी बचें। 

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ज्यादा खाने-पीन से 

बच्चों को कई बार नई मां ज्यादा खाना या फिर ज्यादा दूध पिला देती हैं। ज्यादा दूध पीने या फिर कुछ खाने के कारण भी बच्चे की तबीयत बिगड़ सकती है। ज्यादा खाने के कारण बच्चे का पेट फूलने लगता है जिसके कारण उन्हें बैचेनी महसूस हो सकती है जिसके कारण बच्चे रोने भी लगते हैं। 

कोलिक डिजीज भी हो सकता है कारण 

यदि आपका शिशु एक ही समय पर मुख्यतौर पर शाम को रोता है तो उसे कोलिक डिजीज भी हो सकती है। इस बीमारी में बच्चे के पेट में बहुत तेज मरोड़ उठता है जिसके कारण वह लगातार रोते हैं और कुछ भी खाने पीने के लिए तैयार नहीं होते। यह बीमारी शिशुओं को 3 महीने तक बहुत ही परेशान करती है हालांकि यह समय के बाद खुद ठीक भी हो जाती है। 

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palak

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