बदलते मौसम के साथ बच्चों को हो सकती है Dehydration, पेरेंट्स ऐसे करें Care
punjabkesari.in Monday, Mar 18, 2024 - 01:00 PM (IST)
छोटे बच्चे अपनी सेहत को लेकर बिल्कुल लापरवाह होते हैं ऐसे में उनकी केयर पेरेंट्स को करनी पड़ती है। खेलने में बच्चे इतने व्यस्त हो जाते हैं कि अपने खान-पान या किसी भी चीज पर ध्यान नहीं देते। यहां तक की सारा-सारा दिन वह पानी भी नहीं पीते। इसके कारण बच्चों के शरीर में पानी की कमी हो जाती है। पानी की कमी को डिहाइड्रेशन भी कहते हैं। डिहाइड्रेशन के कारण बच्चों के शरीर में कई सारी गंभीर परेशानियां भी हो सकती हैं। आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताते हैं बच्चों में पानी की कमी होने पर क्या लक्षण दिखते हैं और आप उनकी देखभाल कैसे कर सकते हैं।
लक्षण
बच्चे खेल में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि उन्हें पता नहीं चलता कि उनको प्यास लग रही है। ऐसे में पेरेंट्स को ही बच्चों को ध्यान रखना चाहिए। यदि बच्चे के होंठ सूख रहे हैं तो उसे तुरंत पानी पिलाएं।
. यदि बच्चा पेशाब कम कर रहा है या फिर उसके पेशाब का रंग गहरा हो रहा है तो यह भी पानी की कमी का ही लक्षण है।
. बच्चे की आंखे अंदर की ओर धंसना भी पानी की कमी का लक्षण ही है।
. स्किन में ड्राईनेस
. चिड़चिड़ापन
बच्चों में डिहाइड्रेशन के कारण
बच्चों को शरीर जब तेजी से विकसित होता है तो उसे पानी की जरुरत पड़ती है ऐसे में जब वह पानी नहीं पीते तो शरीर में पानी की कमी होने लगती है। बच्चे जल्दी बीमार होने लगते हैं। उन्हें बुखार आने लगता है तो कि डिहाइड्रेशन का ही कारण है।
जान को भी हो सकता है खतरा
ज्यादातर पेरेंट्स बच्चों के शरीर में होने वाली पानी की कमी को गंभीर रुप से नहीं लेते लेकिन इसके कारण बच्चों को कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। शरीर में पानी की कमी होने पर बच्चों के कई अंग काम करना बंद करते हैं। ऐसे में यदि समय रहते बच्चों की स्थिति पर ध्यान न दिया जाए तो उनकी जान भी जा सकती है।
कैसे करें कमी दूर?
डिहाइड्रेशन से बच्चों को बचाने के लिए उन्हें दिम में कम से कम 4 कप पानी पिलाएं।
. बच्चों को ऐसे फूड्स खाने के लिए दें जिनमें पानी अच्छी मात्रा में मौजूद हो।
. फ्रूट्स और वेजिटेबल दें।
. बच्चों की उम्र के अनुसार, उन्हें कितनी मात्रा में पानी पिलाना है इसकी जानकारी डॉक्टर से लें।