Parenting Tips: बच्चे को खिलाएं किशमिश, खून बढ़ने के साथ दिनभर रहेंगे एनर्जेटिक
punjabkesari.in Tuesday, Mar 01, 2022 - 02:32 PM (IST)
छोटे बच्चों की देखभाल व डाइट का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। इससे उनका बेहतर तरीके से शारीरिक व मानसिक विकास होने में मदद मिलती है। ऐसे में पेरेंट्स बच्चों को ताजे फल, सब्जियां, सूखे मेवे आदि खिलाते हैं। एक्सपर्ट अनुसार, बच्चे को किशमिश खिलाना भी फायदेमंद माना जाता है। कैल्शियम, पोटैशियम, फाइबर, आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल आदि गुणों से भरपूर किशमिश सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं। चलिए जानते हैं बच्चे को किशमिश खिलाने के फायदे...
. बेहतर शारीरिक विकास
एक्सपर्ट अनुसार, शिशु को किशमिश खिलाने से उसका बेहतर तरीके से शारीरिक विकास होता है। इससे उसकी इम्यूनिटी बूस्ट होकर बीमारियों से बचाव रहता है।
. तेज दिमाग
किशमिश सुपर फूड माना गया है। इसका सेवन करने से स्मरण शक्ति तेज होती है। ऐसे में दिमागी विकास के लिए आप भी इसे अपने बच्चे की डाइट में शामिल कर सकती हैं।
. खून की कमी करे दूर
छोटे बच्चों को ज्यादातर खून की कमी रहती हैं। वहीं किशमिश आयरन अधिक होता है। ऐसे में आप बच्चे में खून की कमी पूरी करने के लिए उनकी डाइट में किशमिश शामिल कर सकती है।
. मिलेगी एनर्जी
सुपर फूड किशमिश का सेवन करने से बच्चे को एनर्जी मिलेगी।
. कब्ज से दिलाए राहत
छोटे बच्चों को ज्यादातर कब्ज की परेशानी रहती है। ऐसे में शिशु को फाइबर से भरपूर किशमिश खिलाना बेस्ट ऑप्शन है। इसका सेवन करने से बच्चे को कब्ज व पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं से आराम मिलता है।
. हड्डियां और दांत होंगे मजबूत
कैल्शियम से भरपूर किशमिश खाने से बच्चे की हड्डियां और दांत मजबूत होने में मदद मिलेगी।
. बुखार से बचाव
छोटे बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होने से वे जल्दी ही बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। ऐसे में आप उनकी डेली डाइट में किशमिश शामिल कर सकती है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी तेजी से बूस्ट होती है। यह बैक्टीरियल, फंगल इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। ऐसे में सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार आदि से आराम मिलता है।
शिशु को किशमिश खिलाने का सही समय
जन्म से 6 महीने तक के बच्चे के लिए मां का दूध संपूर्ण आहार माना जाता है। इसके बाद 6 महीने से बड़े बच्चे को हल्का खाना-पीना खिलाया जाता है। इस दौरान उसे ज्यादा तरह व कम ठोस वाली चीजें खिलाई जाती है। बात बच्चे की डाइट में किशमिश शामिल करने की करें तो एक्सपर्ट अनुसार 8 महीने की उम्र के बाद शिशु को किशमिश खिलाया जा सकता है।
ऐसे करें बच्चे की डाइट में किशमिश शामिल
बच्चे को किशमिश खिलाने से सेहत को कई फायदा मिलता है। आप इसे बच्चे की डाइट में जूस, प्यूरी, मसलकर, हलवे आदि में मिलाकर खिला सकते हैं। पूरी किशमिश को एक ही बार में बच्चे को खिलाने से बचें। नहीं तो यह शिशु के गले में फंस सकती है।
इन बातों का रखें ध्यान
. शिशु को किशमिश खिलाने से उसे एलर्जी हो सकती है।
. बच्चे को किशमिश ध्यान से खिलाएं। नहीं तो यह उसके गले में अटक कर उसे नुकसान पहुंचा सकती है।
. किशमिश में मीठा अधिक होता है। ऐसे में इसका अधिक सेवन करने से बच्चे के दांत खराब हो सकते हैं।
. ज्यादा मात्रा में किशमिश खाने से शिशु का वजन बढ़ सकता है।
ऐसे में बच्चे को किशमिश खिलाने के फायदे ही बल्कि नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसे में इसे बच्चे को सीमित्र मात्रा में ही खिलाएं। इसके साथ ही इसे शिशु की डाइट में शामिल करने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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