अक्टूबर में इन 2 तिथियों को भगवान शिव की पूजा से मिलेगा अपार धन, चूक गए तो पड़ेगा पछताना!
punjabkesari.in Sunday, Oct 06, 2024 - 05:41 PM (IST)
नारी डेस्क:अक्टूबर महीने में नवरात्रि के पर्व के समाप्त होने के बाद, दो महत्वपूर्ण तिथियों का आगमन हो रहा है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत फलदायी मानी जा रही हैं। हिंदू धर्म में भगवान शिव को अर्पित पूजा विशेष महत्व रखती है, और इन तिथियों पर विशेष रूप से पूजा करने से अपार धन और समृद्धि प्राप्त करने के आसार बढ़ जाते हैं। आइए, जानते हैं ये विशेष तिथियाँ कब हैं और किस प्रकार की पूजा से हम लाभ उठा सकते हैं।
शिव पूजा का महत्व
भगवान शिव को त्रिदेवों में सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। वे संहार के देवता हैं, लेकिन साथ ही वे सृष्टि के कल्याण के लिए भी जाने जाते हैं। पुराणों के अनुसार, भगवान शिव मानवता के बुराइयों को समाप्त करते हैं और उनके भक्तों को संकट से उबारते हैं। अक्टूबर में दो विशेष प्रदोष व्रत के अवसर हैं, जो शिव की उपासना के लिए उत्तम माने जाते हैं।
प्रदोष व्रत की विशेषताएं
प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है, जो भगवान शिव को समर्पित होती है। ये तिथि विशेष रूप से पवित्र मानी जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। खासकर, जो लोग संतान सुख, धन, और समृद्धि की कामना रखते हैं, उनके लिए ये व्रत अत्यंत लाभकारी होता है।
किसे करना चाहिए प्रदोष व्रत?
प्रदोष व्रत उन सभी के लिए अनिवार्य है, जो निम्नलिखित समस्याओं का सामना कर रहे हैं
निस्संतान दंपत्तियों के लिए, जो कई प्रयासों के बावजूद संतान सुख नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। रुके हुए कार्यों के लिए, जो किसी कारणवश लंबे समय से अटके हुए हैं। विवाह में बाधाएं उत्पन्न होने पर, जहां रिश्ते टूट रहे हैं या विवाह में कोई समस्या आ रही है। स्वास्थ्य समस्याएं जिनका उपचार नहीं हो रहा है और जो बार-बार बीमार पड़ते हैं। आर्थिक संकट या कानूनी विवाद में फंसे लोगों के लिए।
ये भी पढ़ें: क्या आप भी कर रहे हैं ज्यादा देर तक AC में रहने की गलती? जानें इसके 7 बड़े नुकसान
प्रदोष व्रत का लाभ
प्रदोष व्रत विधिपूर्वक रखने से भक्तों को भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा मिलती है। इस व्रत को करने से कठिन से कठिन कार्य भी सरल हो जाते हैं। विशेषकर, जो लोग नियमित रूप से इस व्रत का पालन करते हैं, उनके घर में सुख, समृद्धि और शांति बनी रहती है।
अक्टूबर 2024 में प्रदोष व्रत की तिथियां
हिंदू पंचांग के अनुसार, अक्टूबर 2024 में आश्विन माह का शुक्ल पक्ष समाप्त होगा और कार्तिक माह का कृष्ण पक्ष शुरू होगा। इस प्रकार, अक्टूबर में प्रदोष व्रत की तिथियां निम्नलिखित हैं:
1. प्रदोष व्रत तिथि 24 अक्टूबर 2024 (बुधवार) – आश्विन माह का शुक्ल पक्ष
2. प्रदोष व्रत तिथि 9 अक्टूबर 2024 (मंगलवार) – कार्तिक माह का कृष्ण पक्ष
भौम प्रदोष व्रत का महत्व
इस बार दोनों प्रदोष व्रत मंगलवार को पड़ रहे हैं, जिसे भौम प्रदोष व्रत कहते हैं। इस दिन भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती और भगवान हनुमान की भी पूजा का महत्व है। रियल एस्टेट या जमीन और मकान के व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए ये व्रत विशेष लाभकारी होते हैं। यदि इन तिथियों पर पूजा करने का अवसर चूक जाता है, तो बाद में इस मौके का पछतावा हो सकता है।
इस प्रकार, अक्टूबर के इन विशेष तिथियों का ध्यान रखते हुए, सभी भक्तों को भगवान शिव की पूजा अवश्य करनी चाहिए। सही विधि-विधान से की गई पूजा न केवल धन और समृद्धि लाने में सहायक होगी, बल्कि जीवन में स्थायी सुख और शांति भी प्रदान करेगी।