प्रत्युषा बनर्जी का केस लड़ते-लड़ते कंगाल हुए मां-बाप, आलिशान घर छोड़ एक कमरे में कर रहे गुजारा
punjabkesari.in Thursday, Jul 29, 2021 - 03:13 PM (IST)
टीवी जगत की मशहूर दिवंगत एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी की मौत अब तक रहस्यमयी बनी हुई है। बतां दें कि प्रत्युषा बनर्जी ने फेमस शो बालिका वधू में ‘आनंदी’ के नाम से घर घर अपनी पहचान बनाई थी। जिसके बाद वह बिग बाॅस के एक सीजन में भी नज़र ा चुकी हैं।
बतां दें कि प्रत्युषा ने 1 अप्रैल 2016 को मुंबई स्थित अपने एक अपार्टमेंट में फांसी लगा खुदखुशी कर ली थी । घटना की शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने इसे सुसाइड केस कहा था, लेकिन बेटी की मौत के 5 साल के बाद भी प्रत्युषा के माता-पिता का कहना है कि उनकी बेटी फांसी नहीं लगा सकती। उन्हें आज भी लगता है कि उनकी बेटी की हत्या हुई है, जिसके लिए वह अपनी मृतक बेटी को इंसाफ दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।
माता-पिता का कहना है कि पिछले 5 सालों में बेटी को इंसाफ दिलाने के चलते वो कंगाल हो गए हैं, आलम ये है कि कभी बड़े मकान में रहने वाले आज एक कमरे में अपना गुजारा कर रहे हैं।
दिवंगत एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी अपने पापा शंकर बनर्जी और मां सोमा बनर्जी की लाड़ली बेटी थी। अपने सपनों को पूरा करने के लिए वह जमशेदपुर से मुंबई आई थी, लेकिन सपनों को साकार करने से पहले ही प्रत्युषा ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
बेटी को इंसाफ दिलाते दिलाते हमने सब कुछ गंवा दिया
एक न्यूज चैनल से बातचीत में शंकर बनर्जी ने अपने जीवन का सबसे बड़ा दर्द बयां करते हुए कहा कि अब बात किस पर की जाए, हमारा तो सब कुछ लुट चुका है। उन्होंने कहा कि जिस दिन हमने बेटी को खोया था, उसी दिन हमारा सब कुछ चला गया था। इस हादसे के बाद ऐसा लगता है कि कोई भयंकर तूफान आया हो और हमारा सब कुछ लेकर चला गया हो, केस लड़ते-लड़ते हमने सब कुछ गंवा दिया है। हमारे पास एक रुपया नहीं बचा. कई बार कर्ज तक लेने की नौबत आ गई।
बेटी ने ही हमें फर्श से अर्श तक पहुंचाया था
बेटी को याद कर भावुक हुए पिता का कहना है कि प्रत्युषा के अलावा हमारा कोई नहीं था। उसी ने हमें अर्श तक पहुंचाया था और उसके जाने के बाद अब फर्श पर लौट गए हैं। अब एक कमरे में रहने को मजबूर हो गए हैं और जिंदगी जैसे-तैसे कट रही है।
आज हमारे पास पैसे की कमी है, लेकिन हम हिम्मत नहीं हारे
इतना सब हो जाने के बावजूद प्रत्युषा बनर्जी के पिता का कहना है कि आज हमारे पास पैसे की कमी है, लेकिन हम हिम्मत नहीं हारे हैं। वैसे भी एक बाप कभी नहीं हारता है, मैं अपनी बेटी के लिए आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा। उन्होंने न्यायपालिका पर भरोसा जताया और कहा कि मुझे उम्मीद है कि एक दिन मेरी बेटी को इंसाफ मिलेगा और हम जीतेंगे।