पीएम मोदी ने चरणामृत पीकर खोला 11 दिन का व्रत, जानिए इसे पीने के फायदे
punjabkesari.in Monday, Jan 22, 2024 - 06:37 PM (IST)
आखिर वो दिन आ ही गया जिसका सब को इंताजर था। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला विराजमान हो ही गए। पीएम नरेंद्र ने पूरी विधि- विधान से अनुष्टान करके अपना व्रत खोला। इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज के हाथों से चरणामृत ग्रहण कर पीएम मोदी ने 11 दिनों का उपवास पूरा किया। #राम_का_भव्य_धाम pic.twitter.com/Bf4E0WyQ6B
— BJP (@BJP4India) January 22, 2024
जी हां, जिनको नहीं पता है बता दें पीएम मोदी ने प्राण- प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले 11 दिन का व्रत रखा था, जिसे आज चरणामृत पीकर व्रत खोला। बता दें दूध और दही से बनी चरणामृत बहुत ही हेल्दी होती है। आइए आपको बताते हैं इससे बनाने का तरीका और हेल्थ बेनिफिट्स...
चरणामृत बनाने के लिए जरूरी चीजें
दूध
दही
शहद
तुलसी
पांच तरह के मेवा (मखाने, काजू, छुआरे, किशमिश और चिरौंजी)
चरणामृत बनाने की विधि
1. यहां पर हम एक लीटर दूध का पंचामृत बना रहे हैं। एक लीटर कच्चे दूध को लीजिए।
2. अब इसमें आधा किलो दही डालिए। इन दोनों को अच्छे ले मिला लीजिए।
3. इसमें शहद और पांच तरह के मेवा जैसे- मखाने, काजू, छुआरे, किशमिश और चिरौंजी को मिला लें।
4. इसके बाद तुलसी को भी मिला लें। ये सारी चीजें मिलाने के बाद अब इसे थोड़ा ठंडा होने रख दें।
चरणामृत पीने के फायदे
- चरणामृत में मौजूद तुलसी में एंटीबोयोटिक गुण होते हैं। इसके सेवन से इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है, बीमारियां दूर रहती है।
- आयुर्वेद की दृष्टि से भी चरणामृत को बेहतरीन माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार तांबे से अनके रोग दूर होते हैं और चरणामृत को भी लोग तांबे वाले बर्तन में ही रखते हैं।
- अगर आपको कमजोरी और थकान की शिकायत रहती है, तो चरणामृत पीना फायदेमंद हो सकता है।। इससे कमजोर दूर होती है और एनर्जी मिलती है।
- चरणामृत खाने से हड्डियां मजबूत बनती हैं। दरअसल, इसमें दूध होता है, जो कैल्शियम से भरपूर होता है। चरणामृत में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन बी12 अधिक मात्रा में होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
- चरणामृत पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। दरअसल चरणामृत में मौजूद दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो डाइजेशन को मजबूत बनाते हैं। इससे पेट से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
नोट- चरणामृत को तांबे वाले बर्तन में ही रखें।