डांट की जगह प्यार, मोबाइल की जगह पढ़ाई... बच्चों के लिए पेरेंट्स लें ये New Year Resolution
punjabkesari.in Tuesday, Dec 30, 2025 - 03:54 PM (IST)
नारी डेस्क: नया साल सिर्फ बच्चों के लिए ही नहीं, बल्कि पेरेंट्स के लिए भी आत्ममंथन का समय होता है। अगर माता-पिता कुछ अच्छे रेज़ोल्यूशन्स अपनाएं, तो बच्चों की परवरिश और भविष्य दोनों बेहतर बन सकते हैं। आज के समय में परफेक्ट पेरेंट नहीं, प्रेज़ेंट पेरेंट बनना ज़रूरी है। जब माता-पिता बदलते हैं, तो बच्चे खुद-ब-खुद बेहतर बनते हैं।

बच्चों को समय देने का रेज़ोल्यूशन
आज की भागदौड़ में सबसे ज़्यादा कमी क्वालिटी टाइम की होती है। रोज़ कम से कम 30 मिनट बिना मोबाइल बच्चों के साथ बिताएं, उनकी बातें ध्यान से सुनें। इससे बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ता है। बच्चे देखकर सीखते हैं। खुद का स्क्रीन टाइम कम करें, खाने और बात करते समय मोबाइल दूर रखें। इससे बच्चों में डिजिटल लत से बचाव होगा
हेल्दी खानपान की आदत खुद अपनाएंगे
जंक फूड कम करें। घर के खाने को प्राथमिकता दें। बच्चा भी वही खाएगा जो माता-पिता खाते हैं। उन्हें नेचर से जोड़ें। बच्चों को कृतज्ञता, विनम्रता सिखाने से अच्छे संस्कार विकसित होते हैं

बच्चों की नींद को प्राथमिकता देंगे
इस बात का प्रण लें कि देर रात मोबाइल/टीवी की आदत नहीं फिक्स स्लीप रूटीन अपनाएंगे। इससे बच्चे की ग्रोथ, इम्युनिटी और पढ़ाई पर असर पड़ता है। उनकी फीलिंग्स को नज़रअंदाज ना करें ,डर, गुस्सा, उदासी पर खुलकर बात करें। इससे बच्चा इमोशनली मजबूत बनता है
तुलना करना बंद करेंगे
किसी और बच्चे से अपने बच्चे की तुलना ना करें। बच्चे की यूनिक पहचान को स्वीकार करेंगे। इससे मेंटल प्रेशर और हीन भावना नहीं आती। बच्चे को नंबर से ज़्यादा सीखाने पर फोकस करें। गलती पर डांट नहीं, समझाएं, इससे सीखने का डर खत्म होता है। सिर्फ सख्ती नहीं प्यार और नियम दोनों का संतुलन। इससे बच्चा बात छुपाने की बजाय शेयर करना सीखेगा।

