पेरेंट्स हो जाएं सावधान: बच्चों में फेला गंभीर सिंड्रोम, चेहरे और आंखों पर सूजन के लक्षण
punjabkesari.in Monday, Dec 22, 2025 - 12:05 PM (IST)
नारी डेस्क: बच्चों में कभी-कभी ऐसी हेल्थ कंडीशन सामने आती है, जिसे देखकर माता-पिता परेशान हो जाते हैं। हाल ही में एक परिवार के साथ ऐसा हुआ, जब उन्होंने अपने छह साल के मासूम को डॉक्टर इमरान पटेल के पास लेकर जाना पड़ा। पेरेंट्स ने बताया कि उनके बच्चे के चेहरे और आंखों पर सूजन आ जाती थी। सुबह यह सूजन ज्यादा होती और शाम तक कुछ कम हो जाती थी। डॉक्टर ने बताया कि यह केवल बाहरी समस्या नहीं है, बल्कि इसके पीछे किडनी की गड़बड़ी हो सकती है।
किडनी और उसका काम
किडनी शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण अंग है। यह फिल्टर की तरह काम करती है। पूरे शरीर का खून किडनी में आता है, जहां से बॉडी का वेस्टेज यूरिन के माध्यम से बाहर निकलता है, जबकि शरीर के लिए जरूरी पोषण और प्रोटीन को किडनी अपने पास रखती है।

प्रोटीन की कमी और सूजन
डॉक्टर पटेल के अनुसार, जब किडनी ठीक तरह से काम नहीं करती है और शरीर से जरूरी प्रोटीन भी बाहर निकलने लगता है, तो चेहरे और आंखों के आसपास सूजन आ जाती है। यह समस्या अक्सर तब होती है जब बॉडी का इम्यून सिस्टम किडनी को प्रभावित करता है। किडनी का प्राकृतिक फ़िल्टरिंग सिस्टम हमारी बॉडी के लिए जरूरी चीज़ों को रोकता है और बेकार चीज़ों को बाहर निकालता है। लेकिन अगर यह प्रक्रिया उल्टी हो जाए और प्रोटीन जैसी अच्छी चीज़ भी बाहर जाने लगे, तो इस स्थिति का नाम नेफ्रोटिक सिंड्रोम होता है।
नेफ्रोटिक सिंड्रोम का इलाज
चाइल्ड स्पेशलिस्ट बताते हैं कि नेफ्रोटिक सिंड्रोम का इलाज संभव है। आमतौर पर इसका ट्रीटमेंट 6 हफ्तों तक चलता है, जिसके बाद बच्चे पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। हालांकि कुछ बच्चों में यह समस्या दोबारा लौट सकती है, लेकिन जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है, इसके एपिसोड कम हो जाते हैं।

माता-पिता के लिए सावधानी
इस सिंड्रोम के बारे में जानकारी पेरेंट्स के लिए महत्वपूर्ण है। यदि आपके बच्चे के चेहरे या आंखों पर सुबह के समय सूजन दिखे, तो इसे हल्के में न लें। समय पर डॉक्टर से जांच और इलाज करवाने से बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो सकते हैं।
नेफ्रोटिक सिंड्रोम बच्चों में गंभीर लेकिन इलाज योग्य स्थिति है। सही समय पर डॉक्टर की देखरेख और उपचार से बच्चे पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चे की चेहरे और आंखों की सूजन को नजरअंदाज न करें और समय पर विशेषज्ञ से संपर्क करें।

