पाकिस्तानी गोलीबारी में बिहार का एक और लाल शहीद, तीन महीने पहले ही हुई थी शादी

punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 12:14 PM (IST)

नारी डेस्क: जम्मू-कश्मीर बॉर्डर पर पाकिस्तान की गोलीबारी में बिहार के सिवान जिले के वीर जवान रामबाबू प्रसाद शहीद हो गए। यह घटना 9 मई 2025 की है, जब वे अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। उनका निधन ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुआ, जिसमें पाकिस्तान की गोलीबारी ने उन्हें अपनी जान से हाथ धोने पर मजबूर कर दिया।

रामबाबू सिवान जिले के वसिलपुर गांव के रहने वाले थे। उनका विवाह फरवरी 2025 में हुआ था और महज तीन महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी। शादी के बाद वे अपनी ड्यूटी पर लौट गए थे, और जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर पर तैनात थे।

शहादत की खबर से गांव में मचा कोहराम

रामबाबू की शहादत की खबर जैसे ही वसिलपुर गांव पहुंची, वहां के लोग दुखी हो गए। गांव में शोक की लहर दौड़ गई और उनके परिवार वाले उनका पार्थिव शरीर लेने जम्मू-कश्मीर गए थे। आज (13 मई) दोपहर तक उनका शव गांव पहुंचने की उम्मीद है। प्रशासन और सेना के अधिकारी भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

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गांव वालों का कहना है कि रामबाबू बचपन से ही देश सेवा में अपना जीवन समर्पित करना चाहते थे। उनकी शहादत पर गांव को गर्व है, लेकिन उनका इस तरह से अचानक चले जाना सभी के लिए गहरा दुख है।

पाक गोलीबारी में एक और शहीद

रामबाबू के अलावा, 8 मई को छपरा जिले के सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज भी पाकिस्तान की गोलीबारी में शहीद हो गए थे। वे जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में तैनात थे। उनकी गोली लगने से मौत हो गई। 12 मई को उनका अंतिम संस्कार उनके गांव नारायणपुर में किया गया, जहां भारत माता की जय और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।

इस घटना से भारतीय सेना और सुरक्षा बलों के साहस और देशभक्ति की मिसाल फिर से उभरी है, जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है।

 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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