करिश्माई महिला चंदा कोचर ने छुई बड़ी ऊंचाई, करोड़ों की मालकिन पति के कारण हुई बर्बाद
punjabkesari.in Saturday, Dec 24, 2022 - 12:26 PM (IST)
कहते हैं किस्मत कब पलट जाए कहा नहीं जा सकता। एक पल में इंसान फर्श से अर्श पर पहुंच जाए और अगले ही पल फिर जमीन पर आ गिरे। ऐसा ही कुछ हुआ एक दिन लाखों कमाने वाली चंदा कोचर के साथ। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को 2012 में वीडियोकॉन समूह को बैंक द्वारा स्वीकृत ऋण में कथित धोखाधड़ी और अनियमितताओं के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया है।
सीबीआई के साथ सहयोग नहीं कर रही थी कोचर
चंदा कोचर और उनके पति को एजेंसी मुख्यालय बुलाया गया था और संक्षिप्त पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। सीबीआई ने आरोप लगाया है कि वे जवाब देने में टालमटोल कर रहे थे और जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। सीबीआई ने चंदा कोचर, उनके पति और वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत के साथ-साथ नूपावर रिन्यूएबल्स, सुप्रीम एनर्जी, वीडियोकॉन इंटरनेशनल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड को आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज प्राथमिकी में आरोपी के रूप में दर्ज किया था।
चंदा कोचर पर लगे ये आरोप
आरोप है कि वीडियोकॉन के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत ने 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का कर्ज मिलने के बाद कथित तौर पर नूपावर में करोड़ों रुपये का निवेश किया। सीबीआई ने 2019 में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद एक बयान में कहा था कि यह आरोप लगाया गया था कि आरोपियों ने आईसीआईसीआई बैंक को धोखा देने के लिए आपराधिक साजिश में निजी कंपनियों को कुछ ऋण मंजूर किए थे।
एक दिन में 2.18 लाख कमाती थी कोचर
यह वही चंदा कोचर है जिन्हें बैंकिंग क्षेत्र की करिश्माई महिला माना जाता था।आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) को वर्तमान स्थिति में पहुंचाने का श्रेय भी उन्हीं को दिया जाता है। भारत में किसी बैंक की सीईओ बनने वाली पहली महिला भी चंदा कोचर ही थी। उनका एक दिन का वेतन करीब 2.18 लाख रुपए था। इतना ही नहीं भारत सरकार चंदा को पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित कर चुकी है फोर्ब्स पत्रिका भी उन्हें दुनिया की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में शामिल कर चुकी है। बस एक गलती ने उनका करियर बर्बाद कर दिया।
पति के कारण हुआ सब बर्बाद
दरअसल जिस पति की वजह से चंदा कोचर ने सफलता हासिल की उन्ही की वजह से उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। 2018 में चंदा कोचर पर अपने पति को आर्थिक फायदा पहुंचाने के लिए अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगा था। साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट की जांच में चंदा कोचर को दोषी पाया गया।फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चंदा कोचर, दीपक कोचर और उनके स्वामित्व और नियंत्रण वाली कंपनियों से संबंधित 78 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली। देखते ही देखते उनका सब कुछ बर्बाद हो गया।