CoronaVirus: अब काम पर तभी जा पाएंगे जब आपके पास होगा ,'' इम्यूनिटी पासपोर्ट ''
punjabkesari.in Saturday, Apr 04, 2020 - 02:59 PM (IST)
कोरोनावायरस का खौफ इतना कि देश दुनिया के लोगों के मन में अभी भी एक डर है कि शायद कोरोना ठीक होने के बाद भी उन्हें दुबारा ये वायरस न हो जाए, ये डर जरूरी भी है क्योकि चीन की तरफ से ये संकेत साफ मिल चुके है कि मरीजों में दुबारा कोरोना के संकेत मिल रहे है। अब ऐसे हालात में एक देश तीन से चार महीने तक का तो लॉकडाउन लगा सकता है लेकिन लॉकडाउन के बाद किस तरह इस वायरस को नियंत्रित किया जाए इसकी योजना बनाना भी बेहद जरूरी है।
इसी पर जर्मनी ने इसी दिशा में एक पुख़्ता पहल की है और ब्रिटेन ने अधिकारिक रूप से इस योजना में रूचि दिखाई है और इस योजना का नाम है, ' इम्यूनिटी पासपोर्ट। जी हां आपने सही सुना।
आम पासपोर्ट की तरह होगा -
अब आपको आम पासपोर्ट का तो पता ही है जिसके होते हुए हम दुनिया के किसी भी कोने में जा सकते है उसी तरह जिस के पास भी इम्यूनिटी पासपोर्ट होगा वह काम पर आ सकेगा और फिर धीरे धीरे ये सब को दे दिए जाएंगे। जर्मनी ने इस दिशा में पहल की है।
ये योजना इस लिए जरूरी है क्योंकि कोरोना के चलते सारे काम ठप हो गए है ऐसे में दुनिया की अर्थव्यवस्था को गहरा नुक़सान भी पहुंच रहा है इसलिए इस योजना का लाया जा रहा है। इस योजना पर ब्रिटेन ने भी काम करना शुरू कर दिया है।
हेलमोट्ज इंस्टीट्यूट फॉर इंफेक्शन रिसर्च के एपिडोलॉजी के अध्यक्ष डॉ. गेराड क्रूज ने बताया कि ये लोग (इम्युनिटी पासपोर्ट होल्डर) एक तरह के वैक्सिनेशन कार्यक्रम का हिस्सा होंगे, जिन्हें काम करने की रियायत दी जाएगी। हालांकि जर्मनी की सरकार ने आधिकारिक रूप से इस संबंध में अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है।
खबरों की माने तो अप्रेैल के मध्य तक एक लाख लोगों पर इसका प्रयोग किया जाएगा। जिन लोगों की एंटी बॉडीज कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने में कामयाब रहेगी उन्हें एक सर्टिफ़िकेट दिया जाएगा जो इम्यूनिटी पासपोर्ट कहलाएगा। लॉकडाउन के बाद वही लोग सबसे पहले काम करेंगे जिनके पास ये पासपोर्ट होगा।