बच्चों के लिए सब वेरिएंट कितना खतरनाक? जानिए इस पर एक्सपर्ट्स की राय
punjabkesari.in Wednesday, Dec 28, 2022 - 11:34 AM (IST)
कोरोना ने एक बार फिर से दस्तक देनी शुरु कर दी है। चीन के अलावा भी दुनिया के कई सारे देशों में कोविड के केसों में भारी इजाफा हो रहा है। बढ़ते केस के कारण भारत ने भी सावधानी बरतनी शुरु कर दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कोविड से बचने के लिए नई गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं। चीन में बढ़ते कोविड का कारण ओमिक्रॉन का BF.7 सब वेरिएंट है। भारत में भी इस वेरिएंट के कई सारे केस आ चुके हैं। ऐसे में खासकर बच्चों के लिए यह सब वेरिएंट कितना खतरनाक हो सकता है, आपको आज इस बारे में बताएंगे।
क्या बच्चों के लिए हो सकता है खतरनाक?
एक्सपर्ट्स के अनुसार, देश अबतक कोरोना की तीन लहरों से जूझ चुका है। पहली लहर सामान्य थी, जबकि दूसरी लहरी में युवा इस संक्रमण का शिकार हुए, वहीं तीसरी लहर में बुजुर्ग और किसी पुरानी बीमारी से पीड़ित लोग ही इस संक्रमण का शिकार हुए थे परंतु किसी भी लहर में बच्चों के लिए कोई खतरा नहीं था। बच्चों में इस संक्रमण के लक्षण भी काफी हल्के थे। ओमिक्रॉन का सब वेरिएंट BF.7 देश में पहले से ही मौजूद है और इससे कोई खतरा भी नहीं हुआ है इसलिए बच्चों को इस वेरिएंट से घबराने की जरुरत नहीं है। ओमिक्रॉन का ये सब वेरिएंट सिर्फ गले में ही खत्म हो रहा है, इससे लंग्स को कोई भी नुकसान होने के लक्षण नहीं दिख रहे, इसलिए यह नया ओमिक्रॉन बच्चों के लिए बिल्कुल खतरनाक नहीं है।
पहले हुए संक्रमित बच्चों को होना चाहिए सावधान
बच्चों में कोविड इंफेक्शन हुआ था वह संक्रमित भी हुए थे, लेकिन उनमें लक्षण फ्लू जैसे ही थे। इसके अलावा जिन बच्चों को निमोनिया या लंग्स से संबंधी कोई बीमारी है तो उन्हें थोड़ा सतर्क ही रहना चाहिए। ऐसे में बच्चों को कोविड के साथ-साथ फ्लू से बचाना भी बहुत ही आवश्यक है, क्योंकि किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या गंभीर बीमारी का रुप भी ले सकती है। हालांकि सामान्य बच्चों को कोरोना से डरने की जरुरत नहीं है।
नहीं होगा बच्चों को खतरा
एक्सपर्ट्स की मानें तो कोविड के तीन सालों के दौरान कोविड के लेकर कई सारे सर्वे किए गए थे, जिनमें बड़ों के जैसे बच्चों में भी कोविड के खिलाफ एंटीबॉडी के लक्षण मिले थे, यानी बच्चे भी कोरोना से संक्रमित थे। लेकिन उनमें ज्यादा गंभीर लक्षण कम ही देखे गए थे, सिर्फ उन्हीं बच्चों को समस्या हुई थी, जो पहले से ही बीमार थे। इसलिए कोविड का खतरा बच्चों को नहीं होगा। हालांकि फिर भी पेरेंट्स बच्चों के प्रति सतर्क रहें और उनका बचाव भी कोविड से करते रहें।