रेबीज सिर्फ कुत्ते से नहीं, इन जानवरों से भी फैल सकता है, भूलकर भी न करें इग्नोर
punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 05:26 PM (IST)

नारी डेस्क: रेबीज एक वायरल बीमारी है, जो लाइसावायरस (Lyssavirus) के कारण होती है। यह वायरस ज्यादातर संक्रमित जानवरों की लार के जरिए इंसानों में फैलता है। ध्यान रहे, यह सिर्फ कुत्तों तक सीमित नहीं है कई अन्य जानवर भी इस बीमारी को फैला सकते हैं।
क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड रेबीज डे?
हर साल 28 सितंबर को वर्ल्ड रेबीज डे मनाया जाता है। इस दिन का मकसद लोगों को रेबीज जैसी जानलेवा बीमारी के बारे में जागरूक करना और इसे रोकने के तरीकों को समझाना है। रेबीज वायरस इंसानों और जानवरों के दिमाग और नर्वस सिस्टम पर हमला करता है। अगर इसका इलाज समय पर न हो तो यह मौत का कारण बन सकता है। ज्यादातर लोग सोचते हैं कि रेबीज केवल कुत्तों के काटने से फैलता है, लेकिन नई रिसर्च और डॉक्टरों की राय के मुताबिक कई अन्य जानवर भी इस बीमारी के वाहक हो सकते हैं।
रेबीज क्या है और इतना खतरनाक क्यों?
रेबीज एक घातक वायरल बीमारी है। यह नर्वस सिस्टम पर हमला करता है और दिमाग में सूजन पैदा करता है, जिससे मरीज कोमा में जा सकता है या उसकी मौत हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनियाभर में हर साल करीब 59,000 लोग रेबीज की वजह से अपनी जान गंवाते हैं, जिनमें ज्यादातर मामले एशिया और अफ्रीका में होते हैं।
भारत में स्थिति
भारत में रेबीज के 95% से ज्यादा मामले कुत्तों के काटने से होते हैं। हालांकि, यह सिर्फ कुत्तों तक सीमित नहीं है। फरीदाबाद के अकॉर्ड सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के इंटरनल मेडिकल कंसल्टेंट डॉ. मुकुंद सिंह बताते हैं कि रेबीज का कोई स्थायी इलाज नहीं है। अगर लक्षण शुरू हो जाएं, तो मरीज को बचाना लगभग नामुमकिन हो जाता है। इसलिए समय पर वैक्सीन और सही इलाज बेहद जरूरी है।
किन जानवरों से फैलता है रेबीज?
कुत्ते: रेबीज के सबसे बड़े वाहक, खासकर आवारा कुत्ते। भारत में रेबीज के 99% मामले इन्हीं के काटने से होते हैं।
बिल्लियां: पालतू या आवारा, अगर वैक्सीन नहीं लगी हो।
चमगादड़: उनके काटने का पता अक्सर नहीं चलता। अमेरिका में यह रेबीज का मुख्य स्रोत हैं।
बंदर: काटने या खरोंचने से, खासकर उन इलाकों में जहां बंदर ज्यादा हैं।
लोमड़ी, रैकून, सियार: जंगली जानवर भी रेबीज के वाहक हो सकते हैं।
गाय, भैंस और अन्य खेत के जानवर: अगर संक्रमित हैं, तो इनके काटने से भी बीमारी फैल सकती है।