भारत में पहली बार दिखी रंग-बिरंगी लाइट्स, आधी रात को लद्दाख में यह नजारा देखकर वैज्ञानिक भी हैरान
punjabkesari.in Wednesday, May 03, 2023 - 11:58 AM (IST)
अकसर हमने फिल्मों यह तस्वीरो में एक आश्चर्यजनक रंगीन लाइटस को देखा है, इस तरह का नजारा पहली बार भारत में देखने को मिला। 21 अप्रैल को लद्दाख सहित पृथ्वी के कई क्षेत्रों में मंत्रमुग्ध कर देने वाले ऑरोरा दिखाई दिया, जिसे देखकर एक बार तो लोगों को अपनी आंखों पर विश्वाश ही नहीं हुआ। चुनिंदा ध्रुवीय देशों में बहुत ज्यादा ऊंचाई पर नजर आने वाले यह औरोरा भारत में इतनी कम ऊंचाई पर पहली बार नजर आने से वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
#Aurora from #Ladakh!
— IIAstrophysics (@IIABengaluru) April 29, 2023
This is a time-lapse of the sky taken by a 360 deg camera at from #Hanle on 22/23 April night. You can see the aurora lights due to an intense geomagnetic storm that hit the Earth. It is extremely rare to see aurora at such a low latitude! @dstindia (1/n) pic.twitter.com/gGbrw86vsb
कैमरे में कैद हुआ ये नजारा
बेंग्लुरू स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (IIA) ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर बताया कि- लद्दाख की तरह कम अक्षांशों पर ऑरोरा को देखना "बेहद दुर्लभ" है। ऑरोरा केवल उच्च-अक्षांश क्षेत्रों में आर्कटिक और अंटार्कटिक सर्कल के पास देखा जाता है, जो भूमध्य रेखा के लगभग 66.5 डिग्री उत्तर और दक्षिण में स्थित हैं। भारतीय खगोलीय वेधशाला के एक 360 डिग्री कैमरे ने 22 और 23 अप्रैल की रात को ऑरोरा को कैप्चर किया।
क्या होता है ऑरोरा
जब इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन जैसे आवेशित कण पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में गैसों से टकराते हैं, तो वे रंग-बिरंगी चमक पैदा करते हैं। अक्सर आसमान में नजर आने वाली इस खूबसूरत रौशनी को औरोरा (Auroras) कहते हैं जिसे पृथ्वी के कुछ हिस्सों से देखाई देती है। यह धरती पर दिखाई देने वाली सबसे अद्भुत प्राकृतिक घटनाओं में से एक हैं। पिछले कुछ समय से औरोरा ऐसे स्थानों पर दिखाई देने लगा है, जहां वे आमतौर पर नहीं देखे जाते।
हैरान हैं वैज्ञानिक
पिछले हफ्ते, नॉर्दर्न लाइट्स को दक्षिण में एरिजोना और अमेरिका में मध्य कैलिफोर्निया और यहां तक कि दक्षिणी इंग्लैंड में भी देखा गया था।यह पहली बार था जब भारतीय खगोलीय वेधशाला द्वारा भारत में अरोरा को कैमरे में कैद किया गया था। विश्वभर के अंतरिक्ष विज्ञानी भारत में पहली बार घटी इस अविश्वसनीय, अनोखी और दुर्लभ घटना से हैरान हैं।