सोते समय माता-पिता के बीच दबने से नवजात की मौत, यहां जानिए 1 महीने के बच्चे को कैसे सुलाना चाहिए
punjabkesari.in Saturday, Dec 13, 2025 - 04:16 PM (IST)
नारी डेस्क: उत्तर प्रदेश के अमरोहा से एक बेहद दुखद और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां सिर्फ 26 दिन के नवजात बच्चे की सोते समय माता-पिता के बीच दबने से मौत हो गई। यह घटना सभी माता-पिता के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि नवजात शिशु को सुलाते समय कितनी सावधानी जरूरी होती है।
जानकारी के अनुसार, 10 नवंबर को पैदा हुए बच्चे सुफियान को उसके माता-पिता रात में अपने बीच सुलाकर सो गए थे। रात के दौरान अनजाने में माता-पिता दोनों ने एक साथ करवट बदली, जिससे बच्चा उनके बीच दब गया। सुबह जब माता-पिता की नींद खुली तो बच्चा कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा था। बच्चे को तुरंत नजदीकी कम्युनिटी हेल्थ सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह हादसा बताता है कि नवजात को गलत तरीके से सुलाना उसकी जान के लिए कितना खतरनाक हो सकता है।

नवजात बच्चे को कैसे सुलाना चाहिए?
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नवजात शिशु की गर्दन और शरीर की मांसपेशियां बहुत कमजोर होती हैं। अगर उसकी सांस रुक जाए या सांस लेने में दिक्कत हो, तो वह खुद अपना सिर घुमा नहीं पाता और न ही खुद को बचा पाता है। इसी वजह से नवजात को माता-पिता के साथ एक ही बिस्तर पर सुलाना खतरनाक हो सकता है।
नवजात को सुलाने के जरूरी नियम
बच्चे को अलग पालने में सुलाएं
मेडिकल और चाइल्ड सेफ्टी एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि नवजात को हमेशा अलग पालने या क्रिब (Crib) में सुलाना चाहिए। हालांकि, बच्चे का पालना माता-पिता के कमरे में ही होना चाहिए, ताकि उस पर आसानी से नजर रखी जा सके।

पालने में तकिया और खिलौने न रखें
बच्चे के पालने में सॉफ्ट खिलौने, तकिए या मोटे कुशन न रखें। इनसे बच्चे की सांस रुकने का खतरा बढ़ सकता है।
हल्के कपड़े और हल्का कंबल इस्तेमाल करें
बच्चे को सादे और आरामदायक कपड़े पहनाएं। ऊपर से हल्का कंबल डालें और ध्यान रखें कि कंबल बच्चे के चेहरे तक न पहुंचे।
भारी कंबल से बचें
बहुत भारी कंबल बच्चे की सांस में रुकावट पैदा कर सकता है। अगर ठंड ज्यादा हो, तो बच्चे को लेयर वाले भारी कपड़े पहनाने के बजाय हल्के और सुरक्षित कपड़े पहनाएं।
माता-पिता के बीच सुलाने से बचें
प्यार और देखभाल के कारण कई माता-पिता बच्चे को अपने बीच सुला लेते हैं, लेकिन यह बेहद खतरनाक हो सकता है। सोते समय करवट बदलने से बच्चे के दबने या दम घुटने का खतरा रहता है।

जरूरी सलाह: माता-पिता को चाहिए कि वे भावनाओं के बजाय समझदारी से फैसला लें। नवजात की सुरक्षा उसके आराम से कहीं ज्यादा जरूरी है। सही तरीके से सुलाकर ही इस तरह के दर्दनाक हादसों से बचा जा सकता है।

