बप्पा के दिन से हुई नए साल की शुरुआत, आज इन मंत्रों से करें भगवान गणेश को प्रसन्न
punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2025 - 12:31 PM (IST)
नारी डेस्क: नए साल की शुरुआत बेहद शुभ दिन से हुई है। बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है, इस दिन नए साल का आगाज होना अत्यंत शुभ माना जा रहा है। शास्त्रों में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है, क्योंकि वह कार्य में आ रही विघ्न-बाधाओं को पल भर में समाप्त करते हैं। उनकी पूजा विशेष रूप से नए साल की शुरुआत में करना बहुत लाभकारी है। चलिए आपको बताते हैं कि नए साल में कैसे करें विघ्नहर्ता को प्रसन्न।
गणेश जी की पूजा की विधि
पूजा के लिए निम्न सामग्री रखें जैसे- गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर, लाल कपड़ा, चावल (अक्षत), फूल (गेंदे और दूर्वा घास) , धूप और दीप , नारियल और मिठाई (लड्डू), रोली और कुमकुम , पान के पत्ते और सुपारी, गंगाजल तैयार करेंं पूजा करने से पहले पूजा स्थल को अच्छे से साफ करें। एक साफ और पवित्र स्थान पर लाल कपड़ा बिछाकर गणेश जी की मूर्ति या तस्वीर रखें। गंगाजल से मूर्ति को शुद्ध करें। गणेश जी का ध्यान करते हुए उन्हें फूल, अक्षत, और जल चढ़ाएं। गवान गणेश को दूर्वा और लड्डू चढ़ाएं।
इन. मंत्रों का जाप करें
पूजा के दौरान निम्न मंत्रों का जाप करें:
- "ॐ गं गणपतये नमः"
"वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।"
"गजाननं भूतगणादि सेवितं कपित्थ जम्बूफल चारु भक्षणम्।
उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।"
आरती करें
पूजा के बाइ गणेश जी की आरती करें। आरती के बाद सभी परिवारजन एक साथ गणेश जी से आशीर्वाद प्राप्त करें। पूजा समाप्त होने के बाद लड्डू और अन्य प्रसाद सभी को वितरित करें। पूजा करते समय पूर्ण श्रद्धा और मन की शुद्धता रखें। गणेश जी की पूजा सुबह या शाम के समय करें। पूजा के बाद जरूरतमंदों को अन्न या कपड़े दान करें।
गणेश जी के लिए महत्वपूर्ण मंत्र
गणेश बीज मंत्र: - "ॐ गं गणपतये नमः"
यह मंत्र सफलता और शुभता के लिए है।
विघ्नहरण मंत्र: "वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।"
गणेश गायत्री मंत्र: "ॐ एकदंताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि। तन्नो दंती प्रचोदयात्।"
गणेश पूजा के लाभ
अगर आप नए साल के पहले दिन ये शुभ कार्य करते हैं तो पूरा साल आपका अच्छा गुजरेगा। धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहेगी और हर काम में ईश्वर की विशेष कृपा प्राप्त होगी। इस दिन पूजा-पाठ करने से सभी प्रकार के विघ्न और बाधाओं का नाश होता है, घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।