द्रौपदी मुर्मू ने पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति के रुप में ली Oath, जानिए शपथ समारोह की मुख्य बातें
punjabkesari.in Monday, Jul 25, 2022 - 11:14 AM (IST)
राष्ट्रपति पद के चुनाव पर जीत हासिल करने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले ली है। द्रौपदी मूर्मू की इस खुशनुमा जीत हासिल करने के बाद आदिवासी समुदाय में पूरा खुशी का माहौल है। आज ही नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने सांसद भवन के सेंट्रल हॉल में देश सर्वोच्च के संवैधानिक पद की शपथ ली है। शपथ लेने के बाद द्रौपदी मुर्मू को 21 तोपों की सलामी भी दी गई है। द्रौपदी मुर्मू को शपथ भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने दिलवाई। तो चलिए आपको बताते हैं शपथ ग्रहण समारोह से जुड़ी कुछ 10 महत्वपूर्ण बातें...
. द्रौपदी मुर्मू को शपथ भारत की चीफ जस्टिस रमना ने दिलवाई। शपथ ग्रहण के इस भव्य समारोह में भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, निवर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी मौजूद थी।
. इन सब के अलावा शपथ ग्रहण समारोह में मुर्मू के गृह राज्य ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, लोक सभा के अध्यक्ष ओम बिरला और बाकी दलों के सांसद भी मौजूद थे।
. शपथ लेने से पहले दिन में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी। इसके बाद द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पहली महिला सविता कोविंद से भी मुलाकातकी थी। समारोह के पहले एक औपचारिक जुलूस में नए राष्ट्रपति और पूर्व राष्ट्रपति संसद में पहुंचे।
. वहीं पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में नवनिर्वाचित राष्ट्तपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति नायडू , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों के लिए रात्रिभोज का भी आयोजन किया था।
.64 वर्षीय द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार के दिन विपक्ष राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर जीत अपने नाम की। द्रौपदी मुर्मू यशवंत सिन्हा को हराकर पहली आदिवासी और शीर्ष संवैधानिक पद संभालने वाली दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी। द्रौपदी ने अपनी इस शानदार जीत के साथ एक इतिहास रच दिया ।
. द्रौपदी मुर्मू के पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति चुने जाने के बाद उनके गांव रायरंगपुर में गुरुवार से ही जश्न का माहौल छाया हुआ है। मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह को मनाने के लिए उनके गांव के लोगों ने आज कार्यक्रमों में कतार लगाई हुई है।
. इससे पहले भी नवर्निवाचित द्रौपदी मुर्मू साल 2015 में झारखंड के राज्यपाल के रुप में शपथ लेने वाली पहली महिला रह चुकी थी।
. इसके अलावा मुर्मू दो बार भाजपा की विधायक और ओडिशा के राष्ट्रपति नवीन पटनायक की कैबिनेट में मंत्री भी रह चुकी हैं। वह उस दौरान कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं जब बीजू जनता दल और बीजद ने भाजपा का समर्थन हासिल करने के लिए राज्य पर शासन किया था।
. द्रौपदी मुर्मू के पास ओडिशा सरकार में परिवहन, वाणिज्य, मत्स्य पालन और पशुपालन जैसी मंत्रालयों का संभालने का अलग-अलग अनुभव है।
. मुर्मू ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक पार्षद के जरिए की थी। जिसके बाद वह रायरंगपुर राष्ट्रीय सलाहकार परिषद की उपाध्यक्ष बनी थी।