महाशिवरात्रि और शिवरात्रि नहीं है एक, यहां समझिए दोनों में कितना है अंतर

punjabkesari.in Thursday, Feb 20, 2025 - 03:56 PM (IST)

नारी डेस्क: वैसे तो भगवान शिव की उपासना के हर दिन शुभ होता है लेकिन महाशिवरात्रि का भोले बाबा के भक्ताें को पूरे साल इंतजार रहता है। महाशिवरात्रि फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को आती है, जिसे पूरे देश में बेहद ही धूमधाम से मनाया जाता है। पर बहुत से लोग महाशिवरात्रि और शिवरात्रि के अंतर को नहीं जानते । चलिए आज हम इसे लेकर समझाते हैं विस्तार से

PunjabKesari

शिवरात्रि (मासिक शिवरात्रि) 

 हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि (अमावस्या से एक दिन पहले) को शिवरात्रि मनाई जाती है। इसे मासिक शिवरात्रि कहा जाता है और यह भगवान शिव की उपासना के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। ऐसे में सालभर में 12 शिवरात्रि पड़ती हैं। यह रात्रि शिव भक्तों के लिए उपवास, पूजा, और ध्यान का अवसर होती है।


महाशिवरात्रि 

महाशिवरात्रि साल में एक बारफाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी तिथि को आती है। इसे भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का पावन दिन माना जाता है।
यह शिवभक्तों के लिए सबसे महत्वपूर्ण पर्व होता है, जिसमें रात्रि जागरण, व्रत, और विशेष अनुष्ठान किए जाते हैं। इसे शिवतत्त्व में लीन होने और मोक्ष प्राप्ति का पर्व भी माना जाता है।

PunjabKesari

इस तरह समझें अंतर

विषय         शिवरात्रि (मासिक)           महाशिवरात्रि

आवृत्ति        हर महीने                          साल में एक बार 
तिथि          कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी          फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी 
महत्व         भगवान शिव की मासिक पूजा  शिव-पार्वती विवाह, मोक्ष प्राप्ति का दिन 
उपासना     उपवास, शिव मंत्र जप        व्रत, रात्रि जागरण, विशेष पूजा, जलाभिषेक |
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static