रुक-रुक कर आते हैं Light Periods तो पढ़िए देसी इलाज, खुल कर आएगी माहवारी
punjabkesari.in Tuesday, Dec 10, 2024 - 09:00 PM (IST)
नारी डेस्कः महिला शरीर में मासिक धर्म चक्र एक नेचुरल प्रोसेस हैं। हर महिला इस प्रक्रिया से गुजरती है और यह आना जरूरी भी है क्योंकि इस नेचुरल प्रोसेस के चलते ही महिला को मां बनने का सुख मिलता है लेकिन कई बार हैल्थ प्रॉब्लम्स व अन्य समस्याओं के चलते महिलाओं के पीरियड्स कम और ज्यादा हो सकते हैं। कभी-कभार महिलाओं को पीरियड्स रुक-रुक कर भी होते हैं, ये दिक्कत महिला को परेशान भी कर सकती है और किसी हैल्थ प्रॉब्लम का संकेत भी हो सकते हैं हालांकि ऐसा क्यों होता है इसके पीछे के सही कारणों का भी पता होना चाहिए क्योंकि इसके पीछे की वजह भी अलग अलग हो सकती है जैसे तनाव, मोटापा व गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन। चलिए आपको रुक रुक या लाइट पीरियड्स के कारण और घरेलू बचाव बताते हैं।
पीरियड्स रुकने के कारण | Light Periods Aane Ke Karan | Periods Irregular Hone Ke Karan
पीरियड्स रुक-रुक कर आना या फिर बहुत कम जिसे हम लाइट पीरियड्स कह देते हैं जो एक-दो दिन ही मुश्किल से रहते हैं और ब्लीडिंग भी सिर्फ ना के बराबर स्पॉट में ही होती है। ऐसा होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जिसका सबसे मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल हैं। आप हैल्दी डाइट नहीं ले रहे जिसके चलते आपके शरीर में जरूरी तत्वों की कमी हो गई है तो पीरियड्स रुक सकते हैं।
आप बहुत ज्यादा स्ट्रेस में रहती हैं। यह स्ट्रेस काम और परिवार दोनों से जुड़ा हो सकता है।
वजन अधिक होना या फिर कम होना। इसके चलते भी पीरियड्स साइकिल पर इफैक्ट पड़ता है।
जो महिलाएं बहुत ज्यादा व्यायाम करती हैं उन्हें भी पीरियड्स की प्रॉब्लम हो सकती है।
खून की कमी के चलते भी पीरियड्स लाइट या रुक सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान भी ऐसा हो सकता है और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भी यह दिक्कत आ सकती है।
गर्भनिरोधक दवाइयों का सेवन करने से
रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज होने पर
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) या पीसीओडी
इसके अलावा अगर हार्ट संबंधी समस्या है, डायबिटीज है या थायराइड जैसी कोई समस्या है तो भी मासिक धर्म रुक सकते हैं।
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रूके पीरियड्स लाने के घरेलू उपाय | Ruke hue period kaise laye
अगर पीरियड्स रुकने की समस्या कभी-कभी होती है तो कुछ घरेलू उपाय अपनाएं जा सकते हैं लेकिन अगर ऐसा बार-बार हो रहा है, तो बेहतर है कि इस बारे में डॉक्टर से सलाह लें।
पपीता
रुके हुए पीरियड्स को लाने के लिए पपीते का सेवन किया जा सकता है। पपीते में भरपूर मात्रा में कैरोटीन पाया जाता है जो एस्ट्रोजन हार्मोन को नियमित करने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं यह मासिक धर्म में होने वाले दर्द से भी राहत दिला सकता है इसलिए, पीरियड्स से पहले पपीते को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
अदरक
एक शोध के अनुसार, अदरक का सेवन करने से महिलाओं में हेवी ब्लीडिंग की बात सामने आई है। इसके मासिक धर्म के दर्द और मूड स्विंग से भी राहत मिलती है। डेट से कुछ दिन पहले महिला अदरक की चाय का सेवन कर सकती हैं। अदरक के साथ आप गुड़ का सेवन भी कर सकते हैं।
दालचीनी
दालचीनी भी मासिक धर्म को रेगुलर और बेहतर करने में सहायक होती है। इसी के साथ पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) की समस्या को कम करने में भी फायदेमंद रहती है। बंद पीरियड्स के लिए दालचीनी की चाय का सेवन कर सकती हैं लेकिन उचित मात्रा में इसका इस्तेमाल करें तो बेहतर है। दालचीनी की जगह आप लौंग भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सुबह खाली पेट और रात को सोने से पहले एक गिलास लौंग का पानी पीने से पीरियड्स नियमित होते हैं।
अनानास
पपीते की तरह ही अनानास का सेवन भी रुके हुए पीरियड्स को रेगुलर करने में मदद कर सकता है क्योंकि इसमें ब्रोमेलेन नामक एंजायम होता है जो पीरियड्स को बेहतर करने का काम करता है जब पीरियड्स के दिन नजदीक हों तो उससे पहले अनानास का सेवन करना शुरू कर दें। अगर शरीर में खून की कमी है तो गाजर व अनार का जूस पीएं।
विटामिन्स का सेवन
कई बार शरीर में पर्याप्त विटामिन न होने से भी पीरियड्स रुकने की समस्या हो सकती है। पौष्टिक आहार लेना बहुत जरूरी है। इसलिए हरी साग-सब्जी, फल व डेयरी प्रोडक्ट्स को नियमित अपने आहार का हिस्सा बनाएं। विटामिन सी वाले फल: नींबू, संतरा, किवी, आंवला जैसे फलों में विटामिन सी होता है, जो प्रोजेस्टेरॉन लेवल बढ़ाकर पीरियड्स लाने में मदद करता है।
तिल, अजवाइन और गुड़
पीरियड्स खुलकर न आने पर, तिल और गुड़ का लगातार सेवन करें। गुड़ ब्लड को प्यूरीफ़ाई करता है। एक चम्मच गुड़ और एक चम्मच अजवाइन को एक गिलास पानी में उबालकर, सुबह खाली पेट पीने से पीरियड्स आते हैं।
तनाव से बचें और हैल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं
तनाव की वजह से भी पीरियड्स रूक सकते हैं.इसलिए खुद को तनाव मुक्त रखें। इसके लिए योग और मेडिटेशन का सहारा लें। वजन पर कंट्रोल रखें और मनचाहा कार्य जरूर करें जैसे महिलाएं म्यूजिक सुन सकती हैं, अपनी पसंद की कोई फिल्म देखकर अपना तनाव कम कर सकते हैं या बाहर घूमने जा सकती हैं।
नोटः अगर देसी नुस्खों से फर्क नहीं दिख रहा हो तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से चेकअप जरूर करवाएं।