पशु-पक्षियों को पानी, भोजन को लेकर सावधानी...ज्येष्ठ माह में ये काम करने से संवर जाएगा जीवन

punjabkesari.in Saturday, May 13, 2023 - 06:32 AM (IST)

ज्येष्ठ का महीना हिंदू धर्म में बहुत अच्छा माना जाता है।  हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ का महीना वैशाख मास के समाप्त होते ही शुरू हो जाता है।  इस बार ज्येष्ठ 06 मई से 04 जून तक रहेगा, यह महीना विशेष रूप से भगवान सूर्य को समर्पित होता है। इस माह में इनकी पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होती है. साथ ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। ग्रंथों के अनुसार इस महीने दिन में एक बार भोजन करने की बात कही गई है।

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सबसे बड़ा महीना होता है ज्येष्ठ 

भारत में एक वर्ष में कुल 6 ऋतुएं होती हैं, इसमें ग्रीष्म, वर्षा, शरद, हेमंत, शिशिर और वसंत ऋतु शामिल है। वैशाख और ज्येष्ठ महीने को ग्रीष्म ऋतु कहा जाता है, यह गर्म ताप, लू और तपन के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि ऋषि-मुनियों ने पर्यावरण की रक्षा को देखते हुए इस महीने के व्रत त्योहारों की व्यवस्था की थी।  इस महीने में दिन बड़े होते हैं और इसे अन्य महीनों से बड़ा माना गया है, जिसे संस्कृत में ज्येष्ठ कहा जाता है।

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इस महीने  दिन में सोने की मनाही 

ग्रंथों के अनुसार इस महीने में दिन में सोने की मनाही है, शरीरिक परेशानी या अन्य समस्या हो तो एक मुहूर्त तक यानी करीब 48 मिनिट तक सो सकते हैं। शिवपुराण के अनुसार ज्येष्ठ में तिल का दान बलवर्धक और मृत्युनिवारक होता है, भगवान श्रीकृष्ण की आराधना के लिए भी इस महीने का महत्व माना जाता है। महाभारत के अनुशासन पर्व में लिखा है-“ज्येष्ठामूलं तु यो मासमेकभक्तेन संक्षिपेत्। ऐश्वर्यमतुलं श्रेष्ठं पुमान्स्त्री वा प्रपद्यते।।” यानी ज्येष्ठ महीने में जो व्यक्ति एक समय भोजन करता है वह धनवान होता है। इसलिए संभव हो तो इन दिनों में एक समय भोजन करना चाहिए।

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 हनुमानजी की पूजा का भी महत्व

ज्येष्ठ महीने का स्वामी मंगल है। इसलिए इन दिनों में हनुमानजी की पूजा का भी बहुत महत्व है। इस महीने हनुमानजी की पूजा करने से हर तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं। ज्येष्ठ महीने में बैंगन का सेवन करने से कई दोष लगते हैं और इसे संतान के लिए भी शुभ नहीं होता है। परिवार के बड़े पुत्र या बड़ी पुत्री का विवाह भी ज्येष्ठ के महीने में नहीं करना चाहिए।

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पशु-पक्षियों को दें पानी

कहा जाता है कि  इस माह में घर के बाहर या छत पर पशु-पक्षियों के लिए पानी पीने की व्यवस्था करें। ऐसा करने से ग्रह दोष समाप्त होता है, वहीं, जिन लोगों की कुंडली में बुध और शनि खराब होता है, उन्हें ज्येष्ठ माह इन कार्यों को जरूर करना चाहिए। इस माह बेल का सेवन करने से रोगों से छुटकारा मिलता है।इस महीने आम, लीची, बेल आदि जैसे कई खूबसूरत फल लगते हैं 


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vasudha

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