अंबानी खानदान के बच्चे हैं बेहद संस्कारी, नीता अंबानी से लें अच्छी परवरिश की सीख
punjabkesari.in Saturday, Feb 10, 2024 - 01:13 PM (IST)
दुनिया में आने के बाद बच्चे की प्रथम गुरु उसकी मां होती है, जो जो उसको अच्छे बुरे की समझ बताती है। मां द्वारा दी गई शिक्षा जीवन के पूरे सफर में बच्चे का मार्गदर्शन करती रहती है। मां बच्चे के पालन-पोषण के लिए कई त्याग करती है। यह देखकर बच्चा भी बड़ा होकर दूसरे इंसान के प्रति दयालु और मददगार होना सीखता है। देश के सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी की वाइफ नीता अंबानी को ही देख लीजिए उन्होंने अपने बच्चों को बेहद अच्छे संस्कार दिए हैं, जिससे हर मां को जरूर सीख लेना चाहिए।
जमीन से जुड़े हुए हैं नीता अंबानी के बच्चे
नीता अंबानी जितनी सोशल है उतनी ही संस्कारी भी हैं। वह अपने पति पति मुकेश अंबानी के साथ बिजनेस तो बखूबी संभालती ही हैं, साथ ही अपने परिवार का भी पूरा ख्याल रखती हैं। ईशा, अनंत और आकाश अंबानी को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्हें कितने अच्छे संस्कार मिले हैं। वह इतनेअमीर परिवार से ताल्लुक रखने के बाद भी जमीन से जुड़े हुए हैं।
बच्चों को दिया पूरा वक्त
यह बात बहुत कम लोग जानते होंगे कि शादी के 7 साल बाद नीता अंबानी ने आईवीएफ के जरिए जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। बच्चों के जन्म के बाद उन्होंने अपना सारा वक्त उनकी परवरिश में लगाया और 5 साल बाद अपने काम पर वापसी की थी। परिवार को कैसे तालमेल में रखना है, एक जुट रखना है वह यह बात अच्छे से जानती हैं।
बेटा- बेटी में नहीं रखा फर्क
नीता अंबानी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि- 'मेरे तीनों बच्चे एक समान है जो काम मेरे बेटे आकाश और अनंत कर सकते हैं वह बेटी ईशा अंबानी भी कर सकती है। मुझे अपनी बेटी पर गर्व है। उनका कहना है कि- ये बाते लड़कियों को घर से ही सिखानी चाहिए कि वह किसी भी तरह से लड़कों से कम नहीं है। लड़का कर सकता है तो लड़की भी कर सकती है। मैंने कभी ईशा, आकाश, अनंत में फर्क नहीं किया। इसलिए हर लड़की को ये लेवल, ये अधिकार देने की जरूरत हैं।
प्यार देने के साथ- साथ स्ट्रिक्ट भी थी नीता अंबानी
बच्चों को प्यार देने के साथ- साथ नीता अंबानी काफी स्ट्रिक्ट भी रही हैं। वह चाहती थीं कि बच्चे समय पर खाना खाएं, पढ़ाई करें और उसके साथ ही खेलकूद भी करें। उनका मानना है कि बच्चों के साथ स्ट्रिक्ट रह कर आप उन्हें ये समझा सकते हैं कि समय कितना कीमती है और इसकी कद्र करनी चाहिए। बच्चों को छोटी उम्र से ही टाइम का सही इस्तेमाल सिखाना चाहिए।
बच्चों की हर बात का रखे ध्यान
देश के सबसे अमीर शख्स की पत्नी ने अपने बच्चों के सिर पर पैसे का खुमार नहीं चढ़ने दिया। वह उन्हें पॉकेट मनी देकर उन्हीं पैसों में अपना खर्चा चलाने को कहती थी। इतना ही नहीं वह इस बात का भी ध्यान देती थी कि उनके बच्चे कब क्या कर रहे हैं। हर पैरेंट को ये जरूर पता होना चाहिए कि उनका बच्चा क्या कर रहा है।
बच्चों को दी अहमीयत
नीता अंबानी की सबसे खास बात यह है कि उन्होंने काम से पहले बच्चों को अहमीयत दी। वह कहती हैं कि- आज भी जब उनके बच्चों को उनकी जरूरत होती है वह हमेशा उनके साथ रहती हैं। इस तह मां को देखकर बच्चे भी सीखते हैं कि लाइफ को कैसे बैलेंस करना चाहिए.