क्या सच में गंदा होता है पीरियड्स का ब्लड या ये सिर्फ समाज की सोच

punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 04:13 PM (IST)

 नारी डेस्क:  क्या सच में गंदा होता है पीरियड्स का खून या ये सिर्फ समाज की बनाई हुई एक सोच है? सदियों से महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अपवित्र मानकर कई तरह की बंदिशें लगाई जाती रही हैं -मंदिर में न जाने देना, रसोई से दूर रखना, और यहां तक कि सामाजिक मेलजोल से भी अलग कर देना। लेकिन क्या वाकई इसका कोई वैज्ञानिक आधार है? या फिर ये सिर्फ अज्ञानता और पुराने अंधविश्वासों का नतीजा है? आइए, आज के इस लेख में जानते हैं पीरियड ब्लड से जुड़ी सच्चाई, मिथकों की परतें खोलते हैं और समझते हैं विज्ञान का असली नजरिया।

अब भी क्यों माना जाता है पीरियड ब्लड अशुद्ध?

21वीं सदी में जीने के बावजूद, बहुत से लोग मासिक धर्म को लेकर पुरानी सोच से बाहर नहीं निकल पाए हैं। सिर्फ पुरुष ही नहीं, कई महिलाएं भी अपने बड़े-बुज़ुर्गों की कही अधूरी और गलत बातों को सच मान बैठी हैं। यही वजह है कि आज भी कई घरों में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को रसोई में जाने, पूजा करने या दूसरे कामों में हिस्सा लेने से रोका जाता है।

मासिक धर्म क्या होता है और क्यों होता है?

मासिक धर्म एक प्राकृतिक जैविक प्रक्रिया है, जो हर महिला के शरीर में होती है। जब एक लड़की किशोरावस्था (लगभग 10 से 14 साल की उम्र) में पहुंचती है, तो उसके शरीर में पीरियड्स शुरू होते हैं। इसका मतलब होता है कि उसका शरीर अब गर्भधारण के लिए तैयार हो रहा है।

हर महीने महिला के शरीर में दो हार्मोन—एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन—मिलकर काम करते हैं। ये हार्मोन यूट्रस (गर्भाशय) की अंदरूनी परत को मोटा बनाते हैं ताकि अगर गर्भ ठहरे तो बच्चा सुरक्षित रह सके। लेकिन अगर गर्भधारण नहीं होता, तो ये परत टूट जाती है और शरीर से खून के रूप में बाहर निकलती है—इसी प्रक्रिया को पीरियड्स कहा जाता है।

ये भी पढ़े:  35 की उम्र के बाद प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं तो इन 5 बातों का रखें ध्यान

क्या पीरियड ब्लड अशुद्ध होता है?

इस सवाल का सीधा जवाब है—नहीं, पीरियड ब्लड अशुद्ध नहीं होता।

फिटनेस कोच प्रियांक मेहता (getsetfit इंस्टाग्राम पेज पर) ने हाल ही में बताया कि पीरियड ब्लड को लेकर जो धारणाएं हैं, वो पूरी तरह से गलतफहमी हैं। पीरियड्स के दौरान जो ब्लड निकलता है, वह सिर्फ ब्लड, यूट्रस की परत (लाइनिंग), म्यूकस और थोड़े बहुत बैक्टीरिया का मिश्रण होता है। इसमें कोई ज़हर (toxins) या गंदगी नहीं होती। यह एक सामान्य, स्वस्थ जैविक प्रक्रिया का हिस्सा है, और यह इस बात का संकेत है कि महिला का प्रजनन तंत्र (reproductive system) सही तरीके से काम कर रहा है।

फिर पीरियड्स के दौरान हाइजीन क्यों ज़रूरी है?

बहुत लोग सोचते हैं कि अगर पीरियड ब्लड अशुद्ध नहीं है, तो हाइजीन क्यों जरूरी है? इसका जवाब ये है कि पीरियड्स के दौरान निकलने वाला खून नम वातावरण बनाता है, जिससे बैक्टीरिया को पनपने का मौका मिल सकता है। इसलिए इस समय स्वच्छता बनाए रखना बहुत ज़रूरी है, ताकि किसी भी तरह का इन्फेक्शन न हो।

पीरियड्स एक सामान्य और ज़रूरी जैविक प्रक्रिया है, और पीरियड ब्लड अशुद्ध नहीं होता। यह केवल समाज में फैली एक पुरानी सोच और गलतफहमी है, जिसे अब समय के साथ बदलना चाहिए। सही जानकारी ही महिलाओं की सेहत और आत्मसम्मान को बढ़ा सकती है।

 डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी समस्या या इलाज के लिए डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
 
 

  

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static