रत्नों में छिपा बीमारियों का इलाज, जानें किस प्रॉब्लम में पहनें कौन-सा स्टोन!
punjabkesari.in Wednesday, Jul 08, 2020 - 11:38 AM (IST)
ग्रहों को शांत करने व धन लाभ पाने के लिए बहुत से लोग हाथ में रत्न धारण करते हैं। ज्योतिष शास्त्र की मानें तो रत्न ग्रहों पर गहरा प्रभाव डालते हैं, जिससे कई परेशानियां दूर हो जाती है। मगर, क्या आप जानते हैं कि इन्हीं रत्नों में कई बीमारियों का इलाज भी छिपा है। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि रत्न और सेहत का क्या कनैक्शन है और किस बीमारी में कौन-सा रत्न पहनना चाहिए...
रत्न और सेहत का कनैक्शन
दरअसल, मनुष्य शरीर कई तरह की धातुओं से बना हुआ है, जो काफी हदद तक जीवनशैली को भी प्रभावित करते हैं। वहीं कुछ धातुएं बीमारियों के लिए भी फायदेमंद होती है। रत्नशास्त्र के मुताबिक, रत्न को धारण करने से कई हैल्थ प्रॉब्लम्स से छुटकारा मिलता है। वहीं, विज्ञान की मानें तो वह भी इस बात से पूरी तरह इंकार नहीं करते।
बेहद जरूरी रत्नशास्त्र विशेषज्ञों की सलाह
रत्नशास्त्र के अनुसार, खुद से कोई भी रत्न धारण नहीं करना चाहिए क्योंकि इसके लिए ग्रहों की स्थिति जानना बहुत जरूरी होता है। नहीं तो इसका गलत असर भी हो सकता है। ऐसे में जब भी कोई रत्न पहने की सोचें तो किसी रत्नविज्ञानी से सलाह लें।
चलिए जानते हैं किस बीमारी में कौन-सा रत्न पहनना चाहिए...
दिल संबंधी समस्याएं - मूंगा
मूंगा, मंगल का रत्न है, जो शरीर को ऊर्जा देता है। वहीं, रत्नशास्त्र के अनुसार, जिन लोगों को जन्म से दिल संबंधी समस्याएं है उन्हें मूंगा या पुखराज रत्न धारण करना चाहिए। इससे व्यक्ति को हृदय रोग में फायदा मिलता है।
एनीमिया - पुखराज
अगर आपको एनीमिया की समस्या है तो पुखराज धारण करें। रत्नशास्त्र के अनुसार, इसस बीमारी में जल्दी रिकवरी होती है। साथ ही इससे पीठ दर्द, अपेंडिक्स, टायफाइड, अर्थराइटिस, डायबिटीज, एक्जिमा और टीबी में भी फायदा मिलता है।
स्मरण शक्ति - पन्ना
स्मरण शक्ति बढ़ाने के और तनाव से बचने के लिए पन्ना धारण करना चाहिए। इसे हमेशा सबसे छोटी उंगल में पहनना शुभ माना जाता है। वहीं, गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह रत्न काफी फायदेमंद है।
डिप्रेशन - नीलम रत्न
इस रत्न की तासीर ठंडी होती है इसलिए डिप्रेशन में इसे पहनना फायदेमंद होता है। साथ ही इससे एलर्जी, एनीमिया, कैंसर, पीलिया और बुखार में भी फायदा मिलता है।
आंखों की परेशानी - मोती
मोती, चंद्रमा का रत्न है , जिसे आंखों से जुड़ी समस्या जैसे, कम दिखाई देना, मोतियाबिंद, ड्राई आईज सिंड्रोम में मोती पहनना चाहिए। साथ ही इससे सांस लेने में तकलीफ और ब्लडप्रेशर में भी आराम मिलता है। आप इसे छोटी उंगली में पहन सकते हैं।
माइग्रेन - लहसुनिया
लहसुनिया धारण करने से माइग्रेन, सिरदर्द, कफ, पाइल्स, अपच और आंखों की बीमारियों में फायदा मिलता है। ध्यान रखें कि इसे कभी भी हीरे के साथ न पहनें। इससे दुर्घटना के योग बनते हैं।
माणिक - ब्लड प्रेशर
सूर्य के इस रत्न को आंखों की समस्याएं, बुखार, पीलिया, ब्लड संबंधी समस्याएं, ब्लड प्रेशर व दिल से सम्बंधित बीमारियों में पहनना चाहिए। इसे अनामिका उंगली (Ring Finger) में पहनना चाहिए।