पहले गिरफ्तारी फिर रिहाई...जानें युवराज सिंह के इंस्टाग्राम चैट पर क्याें हुआ विवाद
punjabkesari.in Monday, Oct 18, 2021 - 02:38 PM (IST)
पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह की मुश्किलें उस समय बढ गई थी जब पुलिस ने अचानक उन्हे गिरफ्तार कर लिया था। उनकी यह गिरफ्तारी जातिवादी टिप्पणी को लेकर हुई थी, हालांकि बाद में उन्हे जमानत पर रिहा भी कर दिया गया था। यह मामला पिछले साल का है, जब उन्होंने लाइव चैट पर टिप्पणी की थी।
हांसी पुलिस पर लगे आरोप
हांसी पुलिस ने युवराज को रिहा करने के बाद बताया कि - हमने केवल औपचारिक गिरफ्तारी की और उन्हें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में जमानत पर रिहा कर दिया गया। युवराज सिंह शनिवार को हांसी आए थे, जहां उनसे पूछताछ की गई। वहीं पुलिस पर युवराज को वीआईपी ट्रीटमेंट देने के आरोप लगाया जा रहा है।
युवराज का पहले भी हो चुका है विरोध
शिकायतकर्ता रजत कलसन का आरोप है कि हरियाणा पुलिस ने युवराज सिंह के साथ सेल्फियां खिंचवाईं। उन्हे गजटेड ऑफिसर मैस में जूस और स्नैक्स खाने के लिए भी दिए गए। पिछले साल भी इस मामले को लेकर जमकर विरोध हुआ था, ट्विटर पर भी #युवराज_सिंह_माफी_मांगो खूब ट्रेंड किया था।
क्या है मामला
यह मामला है साल 2020 का। लॉकडाउन के दौरान युवराज सिंह अपने साथी खिलाड़ियों के साथ इंस्टाग्राम लाइव पर बातें कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल को लेकर एक ऐसे शब्द का इस्तेमाल किया था, जो जातिसूचक टिप्पणी के दायरे में आता है। इसके बाद हरियाणा के हिसार जिले में हांसी के एक वकील रजत कलसन ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया था।
युवी मांग चुके हैं माफी
मामला बढ़ता देख युवी ने माफी मांगते हुए लिखा था कि- 'मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी जाति, रंग, वर्ण और लिंग को लेकर किसी भी प्रकार की असमानता में भरोसा नहीं किया है। मैंने अपना जीवन लोगों की भलाई में दिया है और आज भी यह जारी है। मैं बिना किसी अपवाद के हर व्यक्तिगत जिंदगी के गौरव और सम्मान में विश्वास करता हूं।'