तैमूर को जंक फूड से दूर रखती है करीना, जानिए इससे बच्चों को होने वाले नुकसान
punjabkesari.in Thursday, Dec 17, 2020 - 03:24 PM (IST)
करीन कपूर बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस होने के साथ एक बेहतरीन मां है। वे अपने बेटे तैमूर अली खान की हैल्थ को लेकर काफी सतर्क रहती है। ऐसे में वे उसकी डाइट का अच्छे से ध्यान रखती है। वे उनके लिए ऐसी चीजों का चुनाव करती है, जो पोषण से भरी हो। साथ ही करीना ने तैमूर की डायट के लिए कुछ रूल्स बना रखे है, जिन्हें वे अच्छे से फॉलो करती है। इसके अलावा वे उसे बीमारियों से बचाएं रखने के लिए जंक फूड से एकदम दूर रखती है। तो चलिए जानते हैं तैमूर का डायट प्लान व जंक फूड से होने वाले नुकसान के बारे में...
तैमूर का डाइट प्लान
बात अगर तैमूर के डाइट प्लान की करें तो करीना उसे महीने बाद बदल देती है। वे उसे घर का बना खाने के साथ अधिक मात्रा में फल व सब्जियां खिलाती है। ताकि उसकी सेहत बरकरार रहे। साथ ही उसे समय-समय पर पौष्टिक गुणों से भरपूर खिचड़ी, इडली और डोसा खिलाती है।
तैमूर को जंक फूड खाने की मनाही
जैसे कि सभी जानते हैं कि बर्गर, नूडल्स, पिज्जा आदि जंक फूड्स में खाने से शरीर बीमारियों की चपेट में आने का खतरा बढ़ता है। खासतौर पर ऐसी चीजें बड़ों की तुलना में बच्चे की सेहत पर जल्दी असर डालते हैं। असल में, छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम अभी पूरी तरह से विकसित ना होने पर वे जल्दी ही बीमारियों से घिर सकते हैं।
तो चलिए जानते हैं जंक फूड्स के नुकसान के बारे में...
दिल की बीमारियों के होने का खतरा
जंक फूड भारी मात्रा में कैलोरी, शुगर व फैट से भरपूर होता है। इसके कारण यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ाने का काम करता है। ऐसे में दिल से जुड़ी बीमारियों के होने का खतरा रहता है।
वजन बढा़ए
ज्यादा मात्रा या रोजाना जंक फूड का सेवन करने से वजन बढ़ने की शिकायत होती है। मोटापा होने से शरीर बीमारियों की चपेट में जल्दी आने लगता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, रोजाना जंक फूड खाने से शरीर को 160 से 310 किलो कैलोरी अधिक मिलती है। साथ ही इनमें पोषक तत्वों की कमी होने से शरीर को पूरा पोषण नहीं मिल पाता है।
कमजोर पाचन तंत्र
जंक व फास्ट फूड में पोषक तत्वों की कमी व कैलोरी, फैट, शुगर अधिक होती है। ऐसे में इसके सेवन से पाचन क्रिया धीमी होने लगती है। साथ ही पेट दर्द, कब्ज आदि शिकायत हो सकती है।
थकान
इसके सेवन से शरीर को प्रोटीन, विटामिन, आयरन आदि सभी जरूरी तत्व नहीं मिल पाते हैं। ऐसे में हर समय शरीर में कमजोरी व थकान का अहसास होता है।
पढ़ाई पर बुरा असर
इसका गलत असर बच्चे की पढ़ाई पर भी पड़ता है। शायद आपको सुनने में थोड़ा अजीब लगेगा। मगर जंक फूड में शुगर की मात्रा ज्यादा होने से बच्चे की एकाग्रता शक्ति कमजोर होने लगती है। ऐसे में उसका पढ़ाई पर ध्यान नहीं लगता है।
लो इम्यूनिटी
इससे बच्चे को सही पोषण ना मिलने से इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। ऐसे में बच्चे के खेलकूद, काम करने की शक्ति व बाकी की एक्टिविटी में भाग लेने के लिए एनर्जी नहीं रहती है।