Shani Jayanti: 10 जून को है शनि जयंती, जानें इसका महत्व और शनि दोष से मुक्ति के उपाय
punjabkesari.in Monday, Jun 07, 2021 - 05:28 PM (IST)
शनिदेव को न्याय के देवता माना जाता है। कहते हैं कि वे सभी को उनके कर्मों के मुताबिक फल देते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्म कुंडली में शनि की स्थिति गलत दिशा में होने से शनि की साढ़े साती का सामना करना पड़ता है। ऐसे में व्यक्ति को कई परेशानियां व कष्ट झेलने पड़ते हैं। इस समय शनि की साढ़े साती मकर, कुंभ व धनु राशि वालों के जातकों पर चल रही है। वहीं जून महीने में शनि जयंती की शुभ तिथि पड़ रही है। इस दिन शनि देव की पूजा करने का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खासतौर पर शनि साढ़े साती महादशा से पीड़ित लोगों को इस दौरान शनिदेव की पूजा व कुछ खास उपाय करने से लाभ मिल सकता है।
इस दिन मनाई जाएगी शनि जयंती
इस साल शनि जयंती का पावन दिन 10 जून 2021 दिन गुरुवार को पड़ रहा है। अमावस्या तिथि 09 जून को दोपहर 1:57 मिनट से शुरू होकर 10 जून शाम 04:22 मिनट पर रहेगी। इसी दिन इस साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। साथ ही वट सावित्री व्रत भी रखा जाएगा।
शनि जयंती मनाने का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, न्याय के देवता शनि महाराज का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को हुआ था। ऐसे में इस शुभ दिन शनि जयंती मनाई जाती है। माना जाता है कि इस शुभ दिन पर सच्चे मन से शनिदेव की पूजा, कुछ उपाय व दान करने से शुभफल की प्राप्ति होती है। साथ ही जिन लोगों की कुंडली में शनि की महादशा चल रही हो उन्हें लाभ मिलता है।
शनि जयंती के दिन करें ये खास उपाय
शनिदेव की पूजा करें
शनि जयंती के दिन सुबह जल्दी नहाकर साफ कपड़े पहनें। फिर मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा करें। धार्मिक मान्यता है कि इससे शनिदोष से मुक्ति मिलती है।
शनि चालीसा पाठ
इस शुभ दिन पर न्याय के देवता की कृपा पाने के लिए शनि चालीसा का पाठ करें। मान्यता है कि इससे शुभफल की प्राप्ति होती है।
इन चीजों का करें दान
हर शुभ तिथि पर दान का विशेष महत्व होता है। इससे ईश्वर की कृपा मिलती है। इसलिए शनि जयंती के दिन शनिदेव से संबंधित सरसों तेल, काला कपड़ा व कंबल, लोहा और काली उड़द दाल का दान करें। इसके अलावा एक कटोरी में सरसों तेल लेकर उसमें अपना चेहरा देखें। फिर तेल सहित उस कटोरी को शनि मंदिर में चढ़ा आए। आप चाहे तो इसे किसी शनि देव का दान लेने वाले को भी दे सकते हैं।
भगवान शंकर व हनुमान जी की पूजा करें
भगवान शंकर व हनुमान जी की पूजा करने से भी शनिदेव की कृपा पाई जा सकती है। इसलिए इस शुभ दिन पर सच्चे मन से शिव जी और संकटमोचन हनुमान की पूजा करें। शिव चालीसा और हनुमान चालीसा पाठ करना भी शुभ रहेगा।
इन मंत्रों का करें जप
शनि जयंती के शुभ दिन पर शनिदेव की कृपा पाने के लिए 'ॐ शं शनैश्चराय नम:', 'ॐ निलांजन समाभासम रविपुत्रम यमाग्रजंम। छायामार्तंड संभूतम तमः नमामि शनेश्चरम।' मंत्रों का जप करें।