सही दिशा में बनी सीढ़ियां घर में ला सकती है Positivity
punjabkesari.in Thursday, Oct 21, 2021 - 11:06 AM (IST)
वास्तु अनुसार, घर पर पड़ा सामान व गलत दिशा पर बनी चीजें हम पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है। वहीं घर की सीढ़ियां भी हम पर अपना गहरा असर डालती है। गलत दिशा व सही तरीके से ना बनी सीढ़ियों से घर में वास्तुदोष व नकारात्मक ऊर्जा पैदा हो सकती है। ऐसे में आर्थिक, मानसिक तौर पर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मगर आप कुछ चीजों का ध्यान रखकर घर का वास्तुदोष ठीक कर सकते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि किस तरह की सीढ़ियां तरक्की व खुशहाली के रास्ते खोलती है...
इस दिशा सीढ़ियां होना शुभ
वास्तु अनुसार, घर पर सीढ़ियां नैऋत्य कोण यानि दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में बनवानी शुभ होती है। इससे घर में सुख-समृद्धि व खुशहाली का वास होता है। घर में पॉजीटिविटी फैलती है। साथ ही घर के सदस्यों की तरक्की होती है। इसके अलावा ईशान कोण अर्थात उत्तर-पूर्व दिशा में बनी सीढ़ियां अशुभ मानी जाती है। इससे आर्थिक और स्वास्थ्य का नुकसान हो सकता है। साथ ही नौकरी व कारोबार से जुड़ी समस्याएं भी हो सकती है।
इस जगह पर सीढ़ियां बनवाने से बचें
कई घरों में मकान मालिक किराएदार को ऊपरी मंजली में रहने देते हैं और खुद ग्राउंड फ्लोर पर रहते हैं। ऐसे मकान पर घर की सीढ़ियां मुख्य द्वार के एकदम सामने नहीं होनी चाहिए। इससे किराएदार तो तरक्की करते है। मकान मालिक को परेशानियां झेलनी पड़ती है। इसके अलावा उत्तर दिशा में बनी सीढ़ियों के कारण मकान मालिक को दिल से जुड़ी समस्या हो सकती है।
इतनी संख्या में होनी चाहिए सीढ़ियां
वास्तु अनुसार घर की सीढ़ियां 7, 11, 17, 19 या 21 की संख्या में होनी चाहिए। इससे घर में खुशियों का संचार होता है। साथ ही तरक्की के रास्ते खुलते हैं। इसके साथ ही घर के मुखिया का मान-सम्मान बना रहता है।
सीढ़ियों के नीचे ये चीजें होना अशुभ
कई लोग सीढ़ियों के नीचे पड़ी खाली जगह पर सामान रखने लगते हैं। मगर ऐसा करने से बचना चाहिए। वहां पर किचन, बाथरूम, फिश एक्वेरियम नहीं होना चाहिए। इससे आर्थिक समस्या झेलनी पड़ सकती है। इसके साथ ही परिवार के सदस्यों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
ऐसे दूर करें सीढ़ियों का वास्तुदोष
अगर आपके घर की सीढ़ियां गलत दिशा में बनी है तो बिना तोड़-फोड़ किए भी इससे वास्तुदोष दूर कर सकते हैं। इसके लिए आपको बस सीढ़ियों के नीचे एख पीरामिड रखना स्थापित करना होगा। इस बात का ध्यान रखें कि सीढ़ियों पर रोशनी का पूरा प्रबंध हो। इसके साथ ही सीढ़ियों की शुरुआत और अंत पर 1-1 हरे रंग का डोट मेट रखें। इससे भी नकारात्मक ऊर्जा व वास्तुदोष दूर होने में मदद मिलेगी।
इस तरह की होनी चाहिए सीढ़ियां
वास्तु अनुसार, सीढ़ियां प्रगति का द्वार मानी जाती है। इसलिए सीढ़ियों को कभी भी एकदम सीदे नहीं बनवाना चाहिए। इसे हमेशा घुमाव क्लॉकवाइज में होना चाहिए। ऐसी सीढ़ियों को शुभ माना जाता है। साथ ही सीढ़ियों का रंग सफेद रखना चाहिए। इसके अलावा सीढ़ियों के पास या नीचे जूते-चप्पल या बेकार का सामान रखने से बचना चाहिए।