जानिए 30 जनवरी गांधीजी की पुण्यतिथि के अलावा और कैसे हैं खास?
punjabkesari.in Sunday, Jan 30, 2022 - 12:58 PM (IST)
महात्मा गांधी अपने पूरे जीवन सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चले। उन्होंने देशवासियों को भी इसी राह पर चलने की सीख दी। कुछ लोग उन्होंने बापू कहकर पुकारते थे। इसी के साथ ही देश के राष्ट्रपिता होने की उपाधि भी महात्मा गांधी को मिली। गांधी जी ने एक पिता की तरह देशवासियों को लड़ाई झगड़े और खून-खराबे से दूर रहने और सत्य के रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी। मगर आजादी के कुछ महीनों बाद ही बापू की हत्या हो गई। 30 जनवरी 1948 में नाथूराम गोडसे द्वारा गोली मार कर गांधीजी हत्या कर दी गई। इस दिन को हर साल महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है। मगर क्या आप जानते हैं 30 जनवरी का दिन भारत के इतिहास में और भी खास हैं? चलिए जानते हैं इस दिन को गांधी जी पुण्यतिथि के अलावा और क्यों मनाया जाता है...
30 जनवरी को इसलिए मनाया जाता शहीद दिवस
देशभर में 30 जनवरी के दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन महात्मा गांधी की हत्या हुई थी। ऐसे में उनकी पुण्यतिथि पर गांधी जी को श्रद्धांजलि देते हुए हर साल इस दिन शहीद दिवस मनाया जाता है।
ऐसे मनाया जाता शहीद दिवस
इस दिन दिल्ली के राजघाट स्थित गांधी जी की समाधि पर भारत के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री जाते हैं। वे स्वतंत्रता संग्राम में गांधी जी के योगदान को याद कर उन्हें श्रद्धा सुमन चढ़ाते हैं। इसके साथ ही देश के सशस्त्र बलों के शहीदों को भी सलामी देने की परंपरा है। इसके अलावा पूरे देश में बापू और शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन भी रखा जाता है।
23 मार्च और 30 जवनरी के शहीद दिवस में अंतर
बता दें, देशभर में 23 जनवरी को भी शहीदी दिवस मनाया जाता है। ऐसे में कई लोग 2 अलग-अलग तिथियों में इस दिन को मनाने को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं। मगर आपको बता दें इन दोनों ही दिनों में अंतर हैं। दरअसल, 30 जनवरी 1948 में देश के राष्ट्रपिता कहलवाने वाले महात्मा गांधी की हल्या हुई थी। दूसरी ओर 23 मार्च 1931 को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी पर चढ़ा दिया गया था। ऐसे में हर साल अमर शहीदों की याद में 23 मार्च के दिन अमर शहीद दिवस मनाया जाता है। इसके साथ ही 30 जनवरी यानि बापू की पुण्यतिथि उन्हें श्रद्धांजलि देने के तौर पर शहीद दिवस मनाया जाता है।
चलिए अब जानते हैं 30 जनवरी से जुड़े इतिहास के बारे में...
. 30 जनवरी 1530 में मेवाड़ के राणा संग्राम सिंह का निधन हुआ था।
. 30 जनवरी 1930 के दिन कलकत्ता की इंपीरियल लाइब्रेरी का उद्घाटन लार्ड कर्जन द्वारा हुआ था। देश की आजादी के बाद इसका नाम बदलकर नेशनल लाइब्रेरी रख दिया था।
. 30 जनवरी 1948 यानि देश को आजादी मिलने के कुछ महीनों बाद ही नाथूराम विनायक गोडसे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
. 30 जनवरी 1971 में भारतीय एयरलाइंस के फोक्कर मैत्री विमान का लाहौर से अपहरण करके उसे खत्म कर दिया था।
. 30 जनवरी 1985 में लोकसभा ने दल बदलकर विरोधी कानून पारित कर दिया था।
. 30 जनवरी 2007 में भारत की बड़ी कंपनी टाटा ने एंग्लो डच स्टील निर्माता कंपनी कोरस ग्रुप को 12 डॉलर से भी अधिक रकम में खरीद लिया था।