वजन घटाने में बेस्ट है Intermittent Fasting, जानिए इसे करने का तरीका
punjabkesari.in Saturday, Jan 30, 2021 - 06:25 PM (IST)
आज दुनिया में बहुत से लोग अपने बढ़ते वजन से परेशान है। जहां यह वजन लुक खराब करने का काम करता है। वहीं इसके कारण बीमारियों के होने का खतरा भी रहता है। ऐसे में इसे कम करने के लिए लोग हैवी वर्कआउट, डाइटिंग का सहारे लेते हैं। मगर इसके अलावा इंटरमिटेंट फास्टिंग द्वारा भी वजन कम किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
एक तरह का उपवास होता है इंटरमिटेंट फास्टिंग
असल में, इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब एक तरह का व्रत रखना होता है। इसमें अपने डेली आहार में कुछ बदलाव करके वजन को कंट्रोल किया जाता है। ऐसे में इसे हर कोई अपनी सुविधा के मुताबिक आराम से शुरू कर सकता है। इससे वजन कम होने के साथ दिल और दिमाग भी स्वस्थ रहता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार और करने का तरीका
बात इंटरमिटेंट फास्टिंग के प्रकार की करें तो यह करीब 10 तरीके की होती है। मगर खासतौर पर लोगों द्वारा 16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग और हर दूसरे दिन का उपवास रखना आदि दो तरीके अपनाएं जाते हैं।
1. 16/8 इंटरमिटेंट फास्टिंग में व्यक्ति को एक दिन में 16 घंटों तक उपवास रखकर 8 घंटे में किसी भी समय भोजन करना होता है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई सुबह 10 बजे खाना खा रहा है तो एक दिन पहले शाम को 6 बजे भोजन करेगा। इस तरह खाने में करीब 16 घंटों का समय होगा।
2. हर दूसरे दिन का उपवास में पूरे हफ्ते में एक दिन उपवास रखना होता है। उदाहरण के तौर पर अगर आप रविवार को भोजन कर रहे हैं तो सोमवार के पूरे दिन उपवास रखेंगे।
इंटरमिटेंट फास्टिंग में इन चीजों का करें सेवन
- ब्रेकफास्ट में ताजे फल व इनका जूस पीया जा सकता है।
- इस दौरान हाई फाइबर से भरपूर चीजों जैसे कि साबुत अनाज, फल, सब्जियां, दलिया, ओटमील, ब्राउन राइस, ड्राई फ्रूट्स आदि का सेवन करें।
- इस बात का खास ध्यान रखें कि खाने में 500 कैलोरी से अधिक चीजों का सेवन ना करें।
- इंटरमिटेंट फास्टिंग के समय शरीर में पानी की कमी ना हो इसके लिए लगातार पानी, जूस, सूप आदि तरल पदार्थों को डाइट में जरूर शामिल करें।
इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के फायदे
- एक रिसर्च के अनुसार, इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से अधिक वजन वाले लोगों को कम समय में ही वेट लूज करने में फायदा होता है।
- दिल रखें स्वस्थ
- शरीर से बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार
- कैंसर जैसे गंभीर रोग होने के खतरे से बचाएं
- दिमाग के विकास में फायदेमंद
इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान
- बार-बार और अधिक मात्रा में भूख लगती है।
- सिरदर्द के साथ कई बार चक्कर भी आने लगते हैं।
- इसे करने पर शरीर अलग ढंग से काम करता है। ऐसे में कमजोरी, थकान व सिरदर्द की शिकायत होने का खतरा रहता है।
- उपवास के कारण कई बार भूख कंट्रोल करने में मुश्किल आती है। ऐसे में व्यक्ति के स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने लगता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के समय और बाद इन बातों का रखें खास ध्यान
- इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से पहले एक बार डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। अगर सेहत से जुड़ी कोई परेशानी है तो उपवास ना रखें या डॉक्टर की सलाह के मुताबिक चलें।
- शुरु-शुरु में उपवास कम समय के लिए रखें।
- मसालेदार व जंक फूड का सेवन ना करें।
- अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थों को डाइट में शामिल करें।
- फास्टिंग के दौरान रोजाना हल्के-फुल्के योगासन करें।