हनुमान जी के चमत्कारिक 7 मंदिर, जहां हर भक्त की इच्छा होती है पूरी
punjabkesari.in Friday, Apr 23, 2021 - 06:56 PM (IST)
हनुमान जी को संकटमोचन, बजरंगबली, पवनपुत्र आदि नामों से पुकारा जाता है। मान्यता है कि इनका नाम लेने से ही जीवन की समस्याएं दूर होकर खुशहाली का वास होता है। वैसे तो पूरे भारत हनुमान जी के बहुत से मंदिर स्थापित है। मगर आज हम संकटमोचन हनुमान जी के 7 प्राचीन व प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताते हैं। मान्यता है कि यहां पर दर्शन करने से मनोकामनों की पूर्ति होती है।
हनुमान दंडी मंदिर, गुजरात
हनुमान दंडी मंदिर गुजरात में है। इस पवित्र मंदिर में बजरंगबली और मकरध्वज स्थापित है। गुजरात के लोगों की इस मंदिर को लेकर बेहद आस्था है। माना जाता है कि त्रेता युग में प्रभु श्री राम और लक्ष्मण ने इसी जगह पर कई दिनों तक वास किया था। इसके साथ कहा जाता है कि इसी स्थान पर हनुमान जी और मकरध्वज का युद्ध हुआ था। उसके बाद इस मंदिर में दोनों की मूर्तियां स्थापित की गई।
हनुमान धारा मंदिर, उत्तर प्रदेश
हनुमान धारा मंदिर उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में बसा है। यहां के स्थानील लोगों द्वारा यह मंदिर बेहद ही पूजा जाता है। मंदिर के ठीक पास में पानी का स्त्रोत हमेशा बहता है। यह हनुमान धारा से मशहूर है। बहुत से यात्रि इस पवित्र जल को प्रसाद के रूप में भी पीते हैं।
बालाजी हनुमान मंदिर, राजस्थान
बालाजी हनुमान मंदिर राजस्थान के चुरू जिले में स्थापित है। बहुत से भक्त इस मंदिर को सालासर वाले हनुमान जी से पुकारते हैं। मंदिर में हनुमान की मूर्ति को दाढ़ी व मूंछ लगी हुई है। मंगलवार और शनिवार को खासतौर पर लोग दूर-दूर से मंदिर के दर्शन करने आते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में हर एक की मनोकामना पूरा होती है।
महावीर हनुमान मंदिर, बिहार
महावीर हनुमान मंदिर बिहार की राजधानी पटना में स्थापित है। यह बेहद ही प्राचीन व मशहूर मंदिर है। माना जाता है कि बिहार के कोने-कोने से लोग यहां पर मन्नत मांगने आते हैं। साथ ही पूरे भारत में मां वैष्णोदेवी के बाद इसी मंदिर में सबसे ज्यादा चढ़ावा चढ़ता है।
हनुमानगढ़ी मंदिर, उत्तर प्रदेश
हनुमानगढ़ी मंदिर उत्तरप्रदेश में बसा है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए करीब 60 सीढ़ियां चढ़ने पड़ती है। इस मंदिर से पास ही सुग्रीव और अंगद टीला है। माना जाता है कि हनुमान जी प्रभु श्रीराम के साथ इसी स्थान पर रहते थे। आज के समय में यहां पर हजारों की गिनती में साधू-संत रहते व हनुमान जी की नियमनित रुप से पूजा करते हैं।
प्राचीन हनुमान मंदिर, नई दिल्ली
प्राचीन हनुमान मंदिर दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थापित है। कहा जाता है कि इस मंदिर की स्थापना महाभारत काल में हुई थी। इस मंदिर में संकटमोचन हनुमान जी की वायु यानी पवनपुत्र के रूप में पूजा होती है।
उल्टे हनुमानजी मंदिर, मध्य प्रदेश
संकटमोचन हनुमान जी का यह मंदिर मध्यप्रदेश के इंदोह जिले में स्थापित हैं। यह उज्जैन से करीब 30 कि.मी. की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर की खासियत है कि यहां पर हनुमान की मूर्ति उल्टी स्थापित है। ऐसे में उनके उल्टे रूप की ही पूजा होता है। उल्टे मुख वाली सिंदूर से सजी इस मूर्ति के दर्शन को देशभर से भक्त आते हैं।