बच्चे भी हो सकते हैं Liver की इस जानलेवा बीमारी का शिकार, जानिए कारण और बचाव
punjabkesari.in Friday, Apr 19, 2024 - 01:50 PM (IST)
आजकल खराब लाइफस्टाइल के चलते बड़े ही नहीं , बल्कि बच्चे भी लिवर की परेशानियों से जूझ रहे हैं। जी हां, जंक फूड और शुगर के ज्यादा सेवन के चलते बच्चों में नॉन एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज जिसे NAFLD भी कहा जाता है का शिकार हो रहे हैं। ये बच्चों में होने वाली बीमारियों में आम है। एक स्टडी की मानें तो 10 में से 1 बच्चे का लिवर फैटी हो सकता है। आइए आपको बताते हैं इस प्रकार बच्चों को इस बीमारी से बचाया जा सकता है।
क्या है कारण
हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानें तो बच्चों को फैटी लिवर से ग्रस्त होने के पीछे सबसे बड़ी वजह उनका खान- पान है। छोटे बच्चे अक्सर स्वीड ड्रिंक्स जो फुक्टोज से भरपूर होते हैं। उनका सेवन करते हैं। हर दिन इसका सेवन करने से शरीर में फैट की मात्रा बढ़ जाती है। इसे दवाओं की मदद से भी खत्म नहीं किया जा सकता है। इसलिए अगर आप अपने बच्चे को फैटी लिवर की समस्या से दूर रखना चाहते हैं तो डाइट में कुछ खास बदलाव करें।
कैसे करें बचाव
लंबे समय तक फैटी लिवर की परेशानी जानलेवा भी साबित हो सकती है। अगर लिवर काम करना बंद कर देगा तो शरीर में मौजूद टॉक्सिक पदार्थ बाहर नहीं निकल पाएंगे और खाना भी नहीं पचेगा। इसलिए बच्चे की लिवर का हेल्दी होना जरूरी है। सबसे पहले बच्चों को शुगर ड्रिंक जैसे शरबत या सॉफ्ट ड्रिंक पीने से रोंक।
ये सब लिवर के लिए नुकसानदायक साबित होगी। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर दिन भर में एक गिलास से ज्यादा मीठा पेय पीते हैं तो इससे डायबिटीज, हार्ट डिजीज, मोटापा और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ता है। इसकी जगह पर अभिभावकों को अपने बच्चों को छांछ, नींबू पानी और नारियल पानी पीने के लिए प्रेरित करें।
इन चीजों से रहें दूर
आजकल ज्यादातर पैकेड प्रोडक्ट्स में आर्टिफिशियल स्वीटनर या फिर कैलोरी फ्री शुगर वाली चीजों से दूर रखें। ये बेशक चीनी जितना हानिकारक नहीं होता है, लेकिन कोई पोषक तत्व नहीं पाए जाते हैं।
इस बात का भी रखें खास ख्याल
एक साल से कम उम्र के बच्चों को सिर्फ पानी और दूध दें। इसके साथ ही बढ़ती उम्र के बच्चों को भी पानी दें, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे। कोई भी पैकेट वाला खाना लेने से पहले उसका शुगर लेवल और कैलोरीज की मात्रा को चेक कर लें।