उल्टी-गैस की दवा से बिगड़ी हालत, खुद से दवा लेने की गलती से मरीज का हुआ ये हाल...

punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 11:32 AM (IST)

नारी डेस्क : हम में से कई लोग छोटी-मोटी परेशानी में खुद से दवा खा लेते हैं। पेट दर्द हो, गैस बने, या हल्का बुखार हो बिना सोचे समझे मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खा लेना आम बात है। लेकिन डॉक्टर बार-बार चेतावनी देते हैं कि दवा बिना सलाह के लेना खतरनाक हो सकता है। हाल ही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसे पढ़ने के बाद आप भी शायद खुद से दवा लेना बंद कर देंगे।

जाने क्या हुआ मरीज के साथ

न्यूरोलॉजिस्ट के डॉक्टर ने सोशल मीडिया पर एक केस शेयर किया। उन्होंने बताया कि एक मरीज ने भारी खाना खाने के बाद पेट में तकलीफ महसूस की। बिना डॉक्टर को दिखाए, उसने पास की मेडिकल शॉप से उल्टी रोकने की दवा ले ली। बाता दें की दवा खाने के कुछ घंटे बाद उसकी गर्दन एक तरफ मुड़कर अटक गई। उसे तेज दर्द होने लगा और वह गर्दन हिला नहीं पा रहा था। घरवालों को लगा कि उसे स्ट्रोक (फालिज) आ गया है और वे घबरा गए। लेकिन डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि यह स्ट्रोक नहीं बल्कि एक्यूट डिस्टोनिया (Acute Dystonia) नाम की गंभीर दवा-प्रतिक्रिया है।

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एक्यूट डिस्टोनिया (Acute Dystonia) क्या है?

एक्यूट डिस्टोनिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिमाग से जुड़ी मांसपेशियां अचानक से सख्त हो जाती हैं और शरीर का कोई हिस्सा अनजाने में मुड़ जाता है। यह अक्सर कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण होता है। इसमें गर्दन, आंख, जबड़ा या हाथ-पैर अचानक टेढ़े हो सकते हैं और दर्द भी बहुत तेज होता है।

डिस्टोनिया के लक्षण

डिस्टोनिया में शरीर की मांसपेशियां अचानक सिकुड़ जाती हैं, जिससे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इसमें गर्दन एक तरफ मुड़कर अटक जाती है और हिलाना मुश्किल हो जाता है। आंखों की पलकें खुल नहीं पातीं, जबड़ा या जीभ हिलाने में दिक्कत होती है और गले से आवाज नहीं निकल पाती। कई बार हाथ-पैर का मूवमेंट भी कंट्रोल से बाहर हो जाता है। इस दौरान तेज दर्द और मांसपेशियों में खिंचाव महसूस होता है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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दिमाग पर असर डालती हैं कुछ दवाएं

डॉक्टर के अनुसार, उल्टी रोकने या गैस की कुछ ओवर द काउंटर (OTC) दवाएं दिमाग के ब्रेन केमिकल्स पर असर डाल सकती हैं। ये केमिकल शरीर की मूवमेंट को कंट्रोल करते हैं। जब इन पर असर पड़ता है तो शरीर की मांसपेशियां अचानक सिकुड़ जाती हैं, जिससे डिस्टोनिया जैसी स्थिति बन सकती है।

डॉक्टर की चेतावनी

डॉक्टरों का कहना है कि चाहे समस्या कितनी भी छोटी क्यों न हो, दवा हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए। मेडिकल स्टोर से मिलने वाली ओवर द काउंटर (OTC) दवाएं भी कई बार खतरनाक साबित हो सकती हैं। अगर किसी दवा को खाने के बाद शरीर में कोई भी असामान्य बदलाव दिखे, जैसे गर्दन अटकना, तेज दर्द, हाथ-पैर में ऐंठन या चक्कर आना तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। खुद से दवा लेना कई बार गंभीर स्थिति तक पहुंचा सकता है।

यह मामला हमें सिखाता है कि खुद से डॉक्टर बनना खतरनाक हो सकता है। हल्की परेशानी में भी दवा लेने से पहले डॉक्टर से राय लेना जरूरी है। थोड़ी सावधानी से हम गंभीर साइड इफेक्ट और जानलेवा हालात से बच सकते हैं।
 


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Content Editor

Monika

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