घर के मंदिर में इन चीजों को रखने से पूजा का मिलेगा दोगुना फल
punjabkesari.in Friday, Apr 24, 2020 - 10:12 AM (IST)
लॉकडाउन के कारण सभी मंदिर भी बंद है। ऐसे में भगवान जी की कृपा पाने के लिए घर के मंदिर में ही उनकी पूजा कर रहे हैं। मगर बहुत से लोगों को लगता है कि उनके द्वारा की गई पूजा में कोई कमी हैं। ऐसा सोचना गलत नहीं है। असल में मंदिर और घर में की गई पूजा में बेहद अंतर होता है। दरअसल मंदिर में तो पूजा करने के लिए सभी चीजें होती है। मगर घर पर नहीं। इसलिए वास्तु के अनुसार घर पर पर भी पूजा- पाठ करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके लिए घर के मंदिर में पूजा से जुड़ी कुछ चीजों को जरूर रखना चाहिए। ताकि आपके द्वारा की गई पूजा सफल हो और उसका शुभ फल मिल सके। तो चलिए जानते उन चीजों के बारे में...
लौटे में जल
घर के मंदिर में तांबे के लौटे में जल और तुलसी को मिलाकर जरूर रखें। रोजाना पूजा करने के बाद इसे घर के सभी सदस्यों को चरणामृत के तौर पर दें। साथ ही इसका खुद भी सेवन करें। इसके बाद इसे दोबारा भर घर मंदिर में रख दें।
चंदन
पूजा घर में चंदन आवश्य रखें। साथ ही इसे रोजाना माथे पर लगाएं। यह मन को शांति, शीतलता और साहस प्रदान करता है। साथ ही इसकी मनमोहक खुशबू से घर की नेगेटिविटी दूर होती है।
अक्षत यानी चावल
घर के मंदिर में थोड़े से चावल के दाने भी जरूर रखें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कोई भी दाना टूटा हुआ न हो। मान्यता है कि इससे घर में मां अन्नपूर्णा का वास होता है। साथ ही घर में किसी चीज की कमी नहीं रहती है।
ताजा फूल
रोजाना पूजा करने पर भगवान जी को ताजे फूल चढ़ाएं। माना जाता है कि सभी देवी-देवताओं को सुंदर और सुगंधित फूल बहुत प्यारे होते हैं। इससे घर- परिवार पर भगवान की कृपा बनी रहती है। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि फूलों के मुरझाने के बाद इसे मंदिर से हटा दें। नहीं तो इससे वास्तुदोष उत्पन्न होता है।
मौली और कुमकुम
घर के मंदिर में मौली और कुमकुम भी जरूर रखना चाहिए। कोई शुभ अवसर पर अपने और घर के सभी सदस्यों को मौली बांधनी चाहिए। साथ ही रोजाना पूजा के बाद कुमकुम में थोड़े चावल मिलाकर माथे पर तिलक लगाएं। इससे व्यक्ति का मनोबल और उत्साह बढ़ता है।
घंटी
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के मंदिर में घंटी रखना शुभता का प्रतीक माना जाता है। इसके साथ ही रोजाना पूजा और आरती के दौरान इसे जरूर बजाएं। इसकी पवित्र आवाज से पूरे घर में पॉजिटिविटी फैलती है।