मेनोपॉज के दौरान नहीं आती नींद हर दम रहती है थकान,  तो इन तरीकों से खुद को रखें फ्रेश

punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2024 - 01:46 PM (IST)

रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज के दौरान हर महिला अलग- अलग तरह का अनुभव करती हैं । क्योंकि एक तरफ हर महीने आने वाले पीरियड्स से छुटकारा मिल जाता है वहीं दूसरी तरफ उनके शरीर को कई तरह की परेशानियों को भी झेलना पड़ता है। इसमें ड्राई प्राइवेट पार्ट से लेकर अनिद्रा, थकान और जोड़ों का दर्द आदि शामिल होते हैं।  हालांकि, इस दौरान एक्सरसाइज और याेगासन की मदद से महिलाएं अपनी परेशानियों को कुछ कम कर सकती हैं।  चलिए जानते हैं कौन सी एक्सरसाइज करने से क्या होगा लाभ।

 

किस उम्र में होती है मेनोपॉज की शुरुआत  

 मेनोपॉज एक नेचुरल बायोलॉजिकल प्रक्रिया है। आमतौर पर महिलाओं में 45 से 50 वर्ष की उम्र में मेनोपॉज की शुरुआत होती है, जिसका मतलब है प्रत्येक महीने होने वाले मेंस्ट्रुअल साइकिल का पूरी तरह से बंद होना। यदि किसी महिला को लगातार 12 महीने पीरियड्स ना हों, तो उसे मेनोपॉज तक पहुंचना कहा जाता है। इसके बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव देखने को मिलते हैं। ऐसे में महिलाओं को अच्छी डाइट के साथ- साथ अपनी  फिटनेस पर भी ध्यान देना चाहिए। 

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 ब्रिस्क वॉक से कंट्रोल करें वजन

मेनोपॉज के दौरान कई महिलाओं का वजन बढ़ जाता है, जो उनके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। वेट को कंट्रोल करने के लिए रोजना ब्रिस्क वॉक करनी चाहिए। ब्रिस्क वॉक मतलब होता है एक गति से लगातार चलते चले जाना। यह वजन कम करने के साथ- साथ  हार्ट हेल्थ में सुधार करता है। 


सुखासन से स्ट्रेस करें दूर

मेनापॉज के बाद महिलाओं को अक्सर सिर में दर्द और मानसिक कमजोरी जैसे लक्षण महसूस होते हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए सुखासन बहुत फायदेमंद योगा है। यह सिर दर्द को दूर रखने के साथ ही स्ट्रेस और एंग्जाइटी को भी दूर करता है। कुछ वक्त निकालकर रोजाना इसे करें, आपको कुछ ही दिन में फक्र दिखने लगेगा।

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 साइकिलिंग से एक्टिव रखें खुद को 

साइकिलिंग एक तरह की एरोबिक एक्सरसाइज होती है, जो दिल और फेफड़ों के लिए काफी फायदेमंद होती है। रोज साइकिल चलाने से ब्लड सर्कुलेशन तो बेहतर होता ही है साथ ही इससे बॉडी  भी एक्टिव रहती है।  मेनोपॉज से गुजर रही महिलाएं साइकिलिंग कर सकती हैं। 


ताड़ासन से हड्डियों को करें मजबूत

 मेनोपॉज  के बाद अकसर महिलाओं का शरीर थका- थका रहता है। सुस्ती और आलस काे कम करने के लिए आप ताड़ासन कर सकते हैं। इसे करने से रीढ़ की हड्डियों में खिंचाव महसूस होता है और इससे दर्द में आराम मिलता है। यह आसन मेनोपॉज के दौरान होने वाली दिक्कत तो राहत देने में मदद करता है।

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डांसिंग से मूड को रखें बेहतर

डांस करना लगभग हर महिला को पसंद होता है। खुद को फ्रेश रखने के लिए आप डांसिंग क्लासेज भी ज्वाइन कर सकते हैं। इससे मूड भी बेहतर रहेगा, वजन भी कंट्रोल रहेगा और साथ ही मांसपेशियां भी मजबूत बनेंगी। परेशानियों से बचने का यह अच्छा ऑपशन है। 

 

डाइट में शामिल करें ये चीजें

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मेनोपॉज के दौरान आपको अपनी डाइट में अदरक, बादाम, काजू, और तिल के बीजों को शामिल करना चाहिए। इनमें मैग्नीशियम पाया जाता है जो नींद को बेहतर करने और मसल्स को रिलैक्स करने में मदद करते हैं।


 


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Content Writer

vasudha

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