तेज बारिश, चट्टानों से बरस रहे पत्थर... खराब मौसम ने फिर रोकी केदारनाथ यात्रा, उदास हुए भक्त
punjabkesari.in Friday, Jul 04, 2025 - 11:23 AM (IST)

नारी डेस्क: खराब मौसम ने एक बार फिर भक्तों को निराश कर दिया है, केदारनाथ यात्रा पर फिर रोक लग गई है। उत्तराखंड सरकार ने सोनप्रयाग के पास हिमालयी मंदिर के रास्ते में भूस्खलन के बाद केदारनाथ तीर्थयात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया। सडीआरएफ की एक टीम ने भूस्खलन क्षेत्र में फंसे 40 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित बचा लिया। भक्त बाबा के दर्शन न करने के कारण उदास हो गए हैं।
केदारनाथ धाम के रास्ते में सोनप्रयाग के पास मलबा गिरा। भूस्खलन के कारण सोनप्रयाग के पास मुनकटिया में हिमालयी मंदिर की ओर जाने वाला केदारनाथ मार्ग अवरुद्ध हो गया। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के अधिकारियों और रुद्रप्रयाग पुलिस ने बताया कि मुनकटिया भूस्खलन क्षेत्र में सड़क मलबे और पत्थरों से पूरी तरह अवरुद्ध हो गई, जिससे लोगों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद सड़क नहीं खुलने के कारण राज्य सरकार को केदारनाथ की चारधाम यात्रा रोकनी पड़ी। हालांकि, उन्होंने तीर्थयात्रा फिर से शुरू होने की जानकारी नहीं दी।
एसडीआरएफ अधिकारियों ने बताया कि केदारनाथ से लौट रहे करीब 40 तीर्थयात्री भूस्खलन के दूसरी तरफ फंसे हुए हैं। हालांकि, सोनप्रयाग में तैनात एसडीआरएफ की टीम ने सभी फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालकर सोनप्रयाग पहुंचाया। भूस्खलन कल देर रात हुआ, जब राज्य के पहाड़ी इलाकों में बारिश के कारण अचानक मलबा और चट्टानों का एक बड़ा हिस्सा नीचे आ गिरा।
इस बीच, यमुनोत्री रोड पर सिलाई बैंड क्षेत्र से आगे वाहनों की आवाजाही बादल फटने के चौथे दिन भी बहाल नहीं हो सकी। भूस्खलन में तीन लोगों की मौत हो गई और सात लोग लापता हैं। हालांकि, एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमों सहित बचाव दल यमुनोत्री और उत्तरकाशी के रास्ते में 254 पैदल तीर्थयात्रियों को बचाने में सफल रहे। बचाए गए तीर्थयात्री स्याना चट्टी और जानकी चट्टी के बीच फंसे हुए थे, जिन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया। हालांकि पैदल यात्रियों को स्लाइड जोन से गुजरने की अनुमति है, लेकिन यह जोखिम भरा बना हुआ है।